निगम के काम नहीं लेंगे ठेकेदार; भुगतान के लिए असहयोग आंदोलन

नगर निगम

उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम के ठेकेदार अब नगर निगम का कोई भी नया टेंडर नहीं लेंगे। स्वच्छता सर्वेक्षण से पहले होने वाले काम से भी ठेकेदारों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। इसके अलावा ठेकेदारों में इस बात को लेकर भी नाराजगी है कि अधिकारी नए काम शुरू कराने के लिए ठेकेदारों पर दबाव बना रहे हंै।

रविवार को नगर निगम बिल्डर एसोसिएशन का दीपावली मिलन समारोह सुरभि गार्डन में आयोजित किया गया था। मिलन समारोह के दौरान ही नगर निगम से रूका हुआ भुगतान निकलवाने के लिए रणनीति पर मंथन किया गया। नगर निगम के 100 से ज्यादा ठेकेदारों के डेढ़ साल से करीब 72 करोड़ रूपए बकाया चल रहे हंै। दीपावली पूर्व अगस्त 2020 का बकाया 25 प्रतिशत भुगतान नगर निगम द्वारा ठेकेदारों को किया गया था।

यह रकम इतनी कम थी कि ठेकेदार ठीक से दीपावली तक नहीं मना सके। इसी को लेकर नगर निगम के ठेकेदारों में खासी नाराजगी है। दीपावली मिलन समारोह में यह नाराजगी खुलकर सामने आ गई। बिल्डर एसोसिएशन के कई सदस्य तो नगर निगम के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने तक की बात कहने लगे। पिछले डेढ़ साल से नगर निगम द्वारा ठेकेदारों का भुगतान नहीं किया गया है, इसके बावजूद नए टेंडर के वर्क आर्डर जारी कर ठेकेदारों पर जल्द काम शुरू कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।

बिल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष नीलेश अग्रवाल भाया के मुताबिक एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल इस मामले में अगले दो दिनों में आयुक्त अंशुल गुप्ता से मुलाकात करेगा। उन्हें 8 दिन में भुगतान संबंधी ठोस कार्यवाही करने के लिए कहा जाएगा। इसके साथ ही आयुक्त से यह भी साफ कह दिया जाएगा कि जब तक पिछला बकाया भुगतान नहीं किया जाता तब तक नगर निगम मे पंजीकृत सभी ठेकेदार कोई नया काम हाथ में नहीं लेंगे।

दबाव बनाने का सही वक्त

दिसंबर महीने में स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए सर्वे होना है। इससे पहले नगर निगम में छोटे-बड़े कई काम निकलते है। सर्वेक्षण में बेहतर रैंक हांसिल करने के लिए अधिकारी भी दबाव में रहते है। ठेकेदार एसोसिएशन को अपना बकाया भुगतान निकलवाने के लिए यहीं समय मुफीद लगा, सर्वेक्षण से पहले यदि निगम को काम करवाना है तो ठेकेदारों को भुगतान का कुछ हिस्सा देना ही होगा।

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