नौकरी का झांसा देकर सात लाख ठगे, तीन साल बाद केस दर्ज
उज्जैन, अग्निपथ। एक कर्मचारी ने पोस्टल विभाग को आठ लाख की चपत लगा दी। गुरुवार को मामला सामने आने पर माधवनगर पुलिस ने दस्तावेज मांगे है। दूसरी घटना देवास के युवक से हुई है। उसे नौकरी का झांसा देकर तीन परिचितों ने सात लाख रुपए ठग लिए। चिमनगंज पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
1: खातेदारों की डायरी में इंट्री, रिकार्ड में नहीं
फ्रीगंज स्थित पोस्ट ऑफिस के तीन अधिकारियों ने गुरुवार को टीआई दिनेश प्रजापति को शिकायत की। बताया कि एक कर्मचारी ने करीब 8 लाख रुपए का गबन किया है। राशि जमा करने के जिम्मेदार कर्मचारी काफी समय से खातेदारों से राशि लेकर उनकी डायरी में तो दर्ज कर रहा था, लेकिन विभाग के रिकार्ड में नहीं। चार दिन पहले मामला सामने आने पर जांच की तो गबन का पता चला है। टीआई प्रजापति ने उनसे घटना से संबंधित दस्तावेज मांगे तो अधिकारियों ने शुक्रवार को उपलब्ध करवाने का कहा। प्रजापति ने उन्हें जांच के बाद केस दर्ज का भरोसा दिलाया है।
2: तीन साल में नौकरी नहीं लगी तो शिकायत
देवास स्थित टोकखुर्द के गांव इलासखेड़़ी निवासी विनोद पिता दिनेश दांगी (24) बेरोजगार है। गांव के दिनेश पिता देवीलाल शिवहरे की बातों में आकर 23 जुलाई 2017 को वह 4 लाख रुपए मोहननगर निवासी रविंद्र उर्फ रवि राय पिता केशरसिंह के घर पहुंचा। यहां दिनेश, मोहन और सिहोर स्थित मालीखेड़ी के शंकरलाल जायसवाल ने उससे रेलवे या अन्य सरकारी विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर रुपए लिए। 25 अगस्त को फिर 3.15 लाख रुपए लिए। उन्होंने उसे रेलवे में जल्द नौकरी दिलवाने का कहा। काफी समय तक टालने के कारण विनोद को ठगी का अहसास हुआ तो उसने शिकायत कर दी। नतीजतन टीआई अजीत तिवारी ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी।