कलेक्टर ने नानाखेड़ा क्षेत्र का काम 25 दिसंबर तक पूरा करने की हिदायत दी
उज्जैन, अग्निपथ। शहर में टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी द्वारा डाली जा रही सीवरेज लाइन के काम में न केवल देरी हो रही है बल्कि काम भी घटिया क्वालिटी का है। नगर निगम ने अधीक्षण यंत्री ने खराब और बेतरतीब काम करने के एवज में टाटा कंपनी पर 8 लाख रूपए का जुर्माना लगाया है। यह भी तय किया गया है कि नए शहर में नानाखेड़ा, विवेकानंद कॉलोनी क्षेत्र का काम टाटा को किसी भी सूरत में 25 दिसंबर से पहले पूरा करना होगा। इसी अवधि में घरों से लाइन की कनेक्टिविटि का काम भी पूरा करना होगा।
पिछले सप्ताह सांसद अनिल फिरोजिया की अध्यक्षता में हुई दिशा बैठक में सांसद और अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा टाटा कंपनी के काम के प्रति नाराजगी जताए जाने के बाद मंगलवार को खुद कलेक्टर आशीष सिंह ने टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी, कंसलटेंट वॉप्कोस लिमिटेड कंपनी और नगर निगम के इंजीनियर्स के साथ संयुक्त बैठक की।
सिंहस्थ मेला कार्यालय में हुई इस बैठक में कलेक्टर ने साफ शब्दों में हिदायत दी कि कंपनी अब सीवरेज जोन 8 और 9(नानाखेड़ा क्षेत्र) में घरों से सीवरेज लाइन को जोडऩे का काम शुरू कर दे और किसी भी सूरत में 25 दिसंबर से पहले इसे पूरा करे। कलेक्टर ने आयुक्त अंशुल गुप्ता को निर्देशित किया कि वे टाटा और कंसलटेंट वॉप्कोस के साथ हर सप्ताह में पूर्ण किए जाने कार्यो की समीक्षा और अगले सप्ताह की प्लानिंग करे।
कलेक्टर आशीष सिंह ने कंपनी के अधिकारियों को कहा है कि जून 2022 तक किसी भी सूरत में शहर में सीवरेज लाइन काम पूरा कर लिया जाना चाहिए। इसके अलावा कलेक्टर ने रूद्रसागर कैचमेंट एरिया में शेष सीवरेज लाइन का कार्य फरवरी 2022 से पहले पूरा करने की हिदायत दी है।
21 और 22 फरवरी को रूद्रसागर के आसपास स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा कराए जा रहे 368 करोड़ के निर्माणकार्यो का लोकार्पण होना है। इससे पहले रूद्रसागर की सीवरेज लाइन का काम पूरा करना भी जरूरी हो गया है। सीवरेज लाइन का काम पूरा होने के बाद ही रूद्रसागर को भरा या साफ किया जा सकेगा।
इनका कहना
सीवरेज लाइन के काम में कुछ जगहों पर अनियमितता मिलने के बाद 8 लाख रूपए का जुर्माना किया गया है। कलेक्टर महोदय ने कंपनी को तय समयावधि में गुणवत्ता के साथ काम को पूरा करने के लिए कहा है। – जी.के. कंठिल, अधीक्षण यंत्री नगर निगम