नागदा जं., अग्निपथ। छठ पर्व पर गुरुवार की अलसुबह से ही व्रत करने वाली उपासक महिलाओं ने कडाके की ठंड के बीच चम्बल तट पर बने घाट पर उगते सूर्य को जल चढ़ाकर पूजा अर्चना की। पूजन होते ही 36 घंटे तक चला निर्जल व्रत और छट महापर्व की समाप्ति हुई।
इससे पूर्व बुधवार शाम छटमाई के गीत गाकर उपासक महिलाओं ने कुलदीपक की सलामति के लिए अस्ताचलगामी सूर्य को जल चढाया। उपासक नंगे पैर, सीर पर पूजन का डाला लिए मेहतवास, नायन व हनुमान घाट पर पहुॅंचे थे। उपासकों ने घाट पर बने मंदिरों पर पूजन किया।
नथ से लेकर सीर तक सिंदूर लगाएं, उपासक महिलाएं सूर्य को अघ्र्य देने के लिए पूजन की सामग्री के साथ चम्बल घाट पर पानी में खडी हो गई। सूर्यास्त होने पर महिलाओं ने पानी और दूध का अघ्र्य दिया। पूर्वांचलवासियों को पर्व की शुभकामनाऐं देने के लिए तीनों घाटों पर राजनीतिक दलों के लोग पहुॅंचे।
दोनों ही प्रमुख दलों के नेताओं ने समाजजनों को पर्व की शुभकामनाऐं प्रेषित की। समाजजनों की सुविधा के लिए सांसद अनिल फिरोजिया के पीआरओ प्रकाश जैन ने दुर्गापुरा से बीसीआई गेट तक नि:शुल्क बस सेवा भी की थी।
सुरक्षा में लगा 100 से अधिक पुलिसकर्मियों का बल
छठ पर्व पर मंडी और बिरलाग्राम थाने के पुलिसकर्मियों के अलावा जिला मुख्यालय से भी 130 पुलिसकर्मियों का बल सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किया। जिले के 8 थानों के थाना प्रभारियों की भी ड्यूटी लगाई गई। यातायात सुचारू रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस की भी ड्यूटी लगाई थी।
एसडीएम आशुतोष गोस्वामी, तसीलदार आशीष खरे, सीएसपी मनोज रत्नाकर, मंडी थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा और बिरलाग्राम थाने के प्रभारी आरके सिंगावत ने सुरक्षा की कमान संभाल रखी थी।