सुबह लंबी लाइन लगने के चलते हुआ विवाद, प्रशासक ने एक की जगह तीन कंप्यूटर लगवाए
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में विगत शुक्रवार से नए अन्न क्षेत्र में लागू की गई प्रोटोकॉल दर्शन टिकट लेने की सुविधा असुविधा में बदल रही है। भस्मारती तो ठीक सबसे ज्यादा अव्यवस्था 100 रुपए प्रोटोकॉल टिकट को प्राप्त करने में हो रही है। जहां शनिवार की सुबह धक्का मुक्की और विवाद भी हुआ। हालांकि इसका समाधान निकालते हुए मंदिर प्रशासक ने एक कम्प्यूटर की जगह यहां पर तीन कम्प्यूटर लगवा दिए हैं।
विगत शुक्रवार को हरी फाटक ओवरब्रिज स्थित प्रोटोकॉल भस्म आरती काउंटर और फैसिलिटी सेंटर स्थित पुजारी पुरोहित भस्मारती काउंटर को नए अन्न क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया गया था। पहले ही दिन यहां पर भस्मारती अनुमति प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में प्रोटोकॉल भस्म आरती बनवाने वाले श्रद्धालु और पुजारी-पुरोहितों के सेवक पहुंच गए थे। जिसके चलते अव्यवस्था की स्थिति निर्मित हो गई थी और एक पुरोहित की अधिकारियों के साथ तीखी बहस भी हुई थी।
दूसरे दिन शनिवार को भस्मारती काउंटर पर तो नहीं लेकिन 100 रुपए प्रोटोकॉल टिकट काउंटर पर सुबह के समय लंबी लाइन लग गई थी। जिसमें पुलिस, लोकायुक्त और अन्य शासकीय विभागों के सेवक भी पहुंच गए थे। यहां पर लाइन में पहले लगने को लेकर धक्का-मुक्की और आपस में विवाद भी हुए। एक कंप्यूटर लगा होने के कारण 100 रुपए का प्रोटोकॉल टिकट प्राप्त करने के लिए लोगों को भारी मशक्कत करना पड़ी। एक व्यक्ति को टिकट देने में काफी समय लग रहा था। जिसके चलते लोगों में आक्रोश व्याप्त था।
अधिकारी 250 रुपए की टिकट लेकर चलता बना
जानकारी में आया है कि एक प्रोटोकाल प्राप्त अधिकारी अपने परिवार के साथ भगवान महाकाल के दर्शन के लिए आया हुआ था। उसके साथ प्रोटोकाल कर्मचारी भी था। लेकिन प्रोटोकाल टिकट काउंटर पर टिकट प्राप्त करने के लिए काफी समय खड़ा रहने के बाद भी जब टिकट नहीं मिल पाया तो वह अधिकारी नाराज होकर 250 रुपए का शीघ्र दर्शन टिकट खरीदकर परिवार सहित दर्शन के लिए चलता बना।
दोपहर में दो कंप्यूटर और लगवाए
मामले की जानकारी जब मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ को लगी तो उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए यहां पर दो और कंप्यूटर लगवाने की व्यवस्था की। इस तरह से कुल तीन कंप्यूटर प्रोटोकॉल टिकट व्यवस्था के लिए लगा दिए गए हैं। ताकि प्रोटोकॉल टिकट लोगों को अतिशीघ्र प्राप्त हो सके। यहां पर जनरल भस्म आरती काउंटर से अतिरिक्त दो कंप्यूटर ऑपरेटरों को और बुलवाया गया। ताकि लोगों को टिकट देने में शीघ्रता हो सके।
पुजारी-पुरोहितों के काउंटर से भीड़ छंटी
शुक्रवार को पहला दिन होने के कारण प्रोटोकॉल और पुजारी पुरोहित भस्मारती काउंटर पर जमकर भीड़ देखी गई। लेकिन शनिवार को पुजारी पुरोहितों का काउंटर सुबह 10 बजे शुरू कर दिया गया था और फॉर्म भरना चालू करवा दिए गए थे। जिसके चलते इस काउंटर पर दोपहर को भीड़ लगी दिखाई नहीं दी। इक्का-दुक्का पंडे पुजारी भस्म आरती अनुमति बनवाने आते रहे। वहीं दोपहर 2 बजे के बाद प्रोटोकॉल भस्मारती काउंटर को भी खोल दिया गया था।