12 घंटे बाद रात 1 बजे कानड़ अस्पताल में हो पाई मेडिकल जांच
सुसनेर, (मंजूर मोहम्मद कुरैशी) अग्निपथ। साढे पांच साल की मासूम दुष्कर्म पीडि़ता को लेकर मेडिकल जांच के लिए स्थानीय पुलिस जिले के सुसनेर, नलखेड़ा के सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र और आगर जिला चिकित्सालय में 12 घंटे तक भटकती रहे और उसके बाद कानड के प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र में बालिका की जांच हो सकी। इस घटना से प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह तो लगता ही है साथ ही कानून का पालन कराने वालों की मंशा पर भी सवाल उठते ही है।
दुष्कर्म के जिस प्रकरण में नाबालिग का नाम उजागर नहीं होने देने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश भले ही हो किन्तु चार जगह भटकने से क्या उस पीडि़ता की पहचान उजागर नहीं हुई है। अपने साथ हुए अन्याय की शिकायत दर्ज कराने पहुंची वह नाबालिग मेडिकल के बाद रात को तीन बजे अपने घर पहुंच पाई। 11 नवम्बर की दोपहर करीब 12 बजे सुसनेर थाना क्षेत्र के एक गांव में साढे 5 साल की नाबालिग के साथ पडोसी युवक ने दुष्कर्म किया। जिसकी रिपोर्ट पीडि़ता की मां ने दोपहर 1 बजे सुसनेर थाना में दर्ज कराने पइुची। मामले में पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उसको गिरफ्तार भी कर लिया।
पुलिस पीडि़ता का मेडिकल करवाने के लिए शाम 6 बजे सुसरनेर स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। जहां महिला डॉक्टर नहीं होने से उसको नलखेडा लेकर गई। किन्तु वहां के अस्पताल के जिम्मेदारंो ने मेडिकल जाच करना तो दूर उसे प्राथमिक उपचार देना भी जरूरी नही समझा। उसके बाद पुलिस आगर जिला अस्पताल पहुची वहां भी पुलिस मेडिकल करवाने में असमर्थ रही।
उसके बाद रात करीब 1 बजे पुलिस पीडि़ता को लेकर कानड़ पहुंची। जहां उसका मेडिकल किया गया। इस पूरी घटनाक्रम में पीडिता छोटी सी उम्र मानसिक घाव के साथ-साथ शारीरिक घाव का दर्द भी झेलते हुए परेशान होती रही और प्राथमिक उपचार को तरसती रही। लेकिन किसी ने उसका दर्द समझना नहीं समझा।
नवम्बर के 15 दिनों में बलात्कार की तीन घटनाए
नवंबर की ही बात करे तो इस माह के बीते 15 दिनो में केवल सुसनेर थाने में ही तीन घटनाए दर्ज की जा चुकी है।
- पहली घटना ग्राम मैना में 17 साल की युवती के साथ ग्राम के युवक रमेश पिता शिवनारायण बागरी द्वारा दुष्कर्म का दर्ज किया गया।
- उसके बाद 11 नवम्बर को धारूखेडी की नाबालिग का मामला आया
- 15 नवम्बर को सुसनेर की एक विवाहित महिला ने पति के जेल मे रहने के दौरान पड़ोसी के द्वारा खोटा काम करने का मामला दर्ज कराया है।
इनका कहना
पीडि़त बालिका को मेडिकल के लिए नलखेड़ा अस्पताल ले गए थे लेकिन नियमानुसार सुविधा उपलब्ध नहीं होने से देर रात्रि में कानड के अस्पताल में मेडिकल करवाया गया। थाने में आने वाले दुष्कर्म के सभी मामलों में कायमी करके तुरन्त कारवाई की जा रही है। -विजय सागरीया, थाना प्रभारी सुसनेर