एसपी के कहने के बाद भी नहीं किया इंतजाम,पीडि़त बोले यहीं भूखे मरेंगे
उज्जैन,अग्निपथ। बदमाशों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम के बहाने सरदारपुरा में किराएदारों के मकान तोडऩे के बाद भी जिम्मेदारों को बेगुनाहों पर रहम नहीं आ रहा है। यहीं वजह है कि साजिश के शिकार पीडि़त सर्द रात मलबे पर भूखा-प्यासा गुजारने के बाद बुधवार को न्याय के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाते रहे।
सर्वविदित है गुंडों के खिलाफ अभियान के चलते सरदारपुरा स्थित जायसवाल की चाल निवासी एनडीपीएस में जेल में बंद गौरव उर्फ नन्नू यादव के मकान तोडऩा तय किया गया था। लेकिन यादव चाल में किराए से रहता था इसलिए निगम अमला पुलिस फोर्स के साथ पहुंचा और यादव के साथ ही पांच दशक से किराए से रह रही वृद्धा भागवंता बाई और आनंदीलाल रायकवार के मकान पर भी जेसीबी चला दी।
बेगुनाहों के मकान तोडऩे पर बवाल मचा तो जिम्मेदार जर्जर व गिराऊ बताकर तोडऩे के लिए नोटिस देने का हवाला देकर बच गए। शिकायत पर एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने पीडि़तों का रैन बसेरे में इंतजाम करने का कहा तो जिम्मेदार उसे भी अनदेखा कर गए। नतीजतन भागवंता बाई ने सर्द रात मलबे पर गुजारी तो रायकवार परिवार अलाव के सहारे जागता रहा।
चर्चा है कि चाल शराब ठेकेदार की है। वह किराएदारों से खाली करवाना चाहते हैं। लेकिन दशकों से रह रहे कराएदार हटने को तैयार नहीं हुए तो उन्होंने अधिकारियों को सेट कर मुहिम की आड़ में चाल को ध्वस्त करवा दिया।
कलेक्टर ने कहा मकान बनाकर देंगे
मामले के तूल पकडऩे पर बुधवार दोपहर नगर निगम की भवन निरीक्षक संगीता पंवार मौके पर पहुंची और किरादारों से चर्चा की। शाम को पीडि़तों के गुहार लगाने कलेक्टर आशीष सिंह से मिले। उनके सामने भागवंता बाई फूट-फूटकर रो दी। मामले में अर्पिता यादव ने कलेक्टर को बताया कि आधा दर्जन किराएदारों के मकान तोडक़र बेघर कर दिया। इस पर कलेक्टर ने आश्वस्त किया कि नगर निगम सभी को उसी जगह पर मकान बनाकर देगी।
इनका कहना है
अपराधियों पर कार्रवाई का कहा था। मामला संज्ञान में आते ही कलेक्टर को सूचना दे दी थी। निगम अधिकारी किराएदारों के रहने का इंतजाम कर रहे हैं। – सत्येंद्र कुमार शुक्ल, एसपी