मध्यप्रदेश की कमान एक बार फिर शिवराजसिंह चौहान के हाथ में स्पष्ट रूप से आने के बाद भोपाल में बैठी सरकार एक्शन मोड पर नजर आ रही है। जिसका सीधा-सीधा असर जिला मुख्यालयों पर भी नजर आ रहा है। एक तरफ पुलिस लगातार अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई कर रही है। रतलाम की घटना के बाद अपराधी का एनकाउंटर होना, उस एनकाउंटर के बाद प्रदेश के मुखिया द्वारा पुलिस की पीठ थपथपाना यह दिखाता है कि इस समय पुलिस और प्रशासन को कार्रवाई के लिए पूरी तरह फ्री हैंड कर दिया गया है। वहीं उज्जैन जिले की बात की जाए तो यहां पर भी पुलिस और प्रशासन लगातार अपराधियों, अवैध काम करने वाले, मिलावटियों, मुनाफाखोरों, नियम विरुद्ध कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। पुलिस और प्रशासन का सबसे जोरदार प्रहार अपराधियों की संपत्ति को नष्ट करने का है। इस प्रहार की सभी दूर तारीफ हो रही है। वहीं इस कार्रवाई से अपराधी की आर्थिक कमर तो टूट ही रही है, साथ ही साथ क्षेत्र में उसका दबदबा भी कम हो रहा है। पुलिस प्रशासन द्वारा जारी इस कार्रवाई को अप्रत्यक्ष रूप से जनता का समर्थन भी मिल रहा है। ऐसी कार्रवाई की लगातार
दरकार है।