धर्म- आध्यात्म के क्षेत्र में गति बढ़ेगी, बैंकिंग सेक्टर में आएगा उछाल
उज्जैन,अग्निपथ। नौ ग्रहों में देव गुरु बृहस्पति आज शनिवार को मकर राशि को छोडक़र कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। कुंभ राशि में प्रवेश करते ही परिस्थितियों तथा वातावरण में आकस्मिक अंतर दिखाई देगा। क्योंकि बृहस्पति पिछले कुछ समय से वक्री मार्गी होते हुए मकर राशि पर शनि के साथ युति कृत गोचर कर रहे थे। अब शनि से बृहस्पति की युति भंग होगी या शनि बृहस्पति की युति टूटेगी, और बृहस्पति मकर राशि को छोडक़र कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे।
ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि हालांकि मकर व कुंभ दोनों ही राशि शनि की है अर्थात शनि इन दोनों ही राशियों के स्वामी हैं। फिर भी कुंभ राशि पर बृहस्पति का गोचर अनुकूल माना जाता है। ऐसी भी मान्यता है कि कुंभ राशि पर बृहस्पति का परिभ्रमण धर्म आध्यात्मिक दृष्टिकोण से सकारात्मक अंतर लाता है।
मीन, वृषभ, कर्क, कन्या राशि के लिए पूजनीय
उपरोक्त राशियां बृहस्पति के 4, 6, 8, 12 के क्रम से रहेंगी। जो कि उत्तरोत्तर व्यय तथा चिंता कारक रहती हैं। इनकी अनुकूलता के लिए बृहस्पति स्तोत्र का पाठ और बृहस्पति मंदिर में या शिव मंदिर पर चना दाल, हल्दी गांठ, पीला वस्त्र, पीले पुष्प, गुड़ आदि का दान करने से अनुकूलता होगी।
मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु राशियों पर कृपा
बृहस्पति की पांचवी, सातवीं, नवी दृष्टि विशेष लाभ देने वाली होती है। साथ ही राशि अनुक्रम में मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु राशि को विशेष लाभ प्राप्त होगा। रुके कार्य में गति होगी। कार्य में गति बढ़ेगी। जिन युवक-युवतियों का विवाह नहीं हो पाया है, उनके विवाह के योग बन सकेंगे।
व्यापार-व्यवसाय में बढ़ेगी गति
शनि के साथ बृहस्पति की युति के भंग होते ही व्यापार व्यवसाय में शिथिलता दूर होती दिखाई देगी। बृहस्पति के माध्यम से नए स्टार्टअप्स का आकार बढ़ते क्रम में दिखाई देगा। साथ ही विदेश से जुड़े व्यवसायों की गति एकदम बढऩे से आर्थिक प्रगति तथा लाभ के योग बन सकेंगे।
धर्म अध्यात्म में बढ़ेगी रूचि
कुंभ राशि के बृहस्पति का प्रभाव अलग प्रकार का दर्शाया गया है। ऐसी मान्यता है कि इस राशि पर इसका परिभ्रमण लोगों की मानसिकता में धर्म के प्रति रुचि जागृत करता है। क्योंकि इस दौरान बृहस्पति के अंश का प्रभाव धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष फलदाई माना जाता हैं और धार्मिक क्रिया का लाभ भी दिखाई देता है।
बैंकिंग सेक्टर में आयेगा उछाल
बृहस्पति को धन तथा ज्ञान का कारक ग्रह बताया गया है। यह बैंकिंग सेक्टर का भी कारक ग्रह माना जाता है। कमोडिटी, गोल्ड, एमसीएक्स, कीमती धातुएं इनके बाजार में तेजी के साथ वृद्धि दिखाई देगी। जिसका लाभ बैंकिंग सेक्टर को मिलेगा। इस दृष्टि से बैंकिंग सेक्टर में भी उछाल आएगा।