बडऩगर,अग्निपथ। क्षेत्र में किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से एक हेक्टेयर जमीन के मान से दो बोरी खाद मिलेगी। इसके लिए खाद वितरण के समय किसानों को ऋण पुस्तिका साथ लाना जरूरी होगा। इसके साथ ही खाद की कालाबाजारी की रोकथाम के लिए विकासखंड स्तर पर पांच सदस्यीय निगरानी समिति भी बनाई गई।
यह फैसला गुरुवार को किसान नेताओं के साथ एसडीएम निधि सिंह की मौजूदगी में हुई बैठक में लिया गया। क्षेत्र में खाद की कालाबाजारी की खबरों और शिकायत के बाद क्षेत्र के समस्त किसान नेताओं व प्रमुख किसानों सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक एसडीएम ने ली। इसमें उर्वरकों की लगातार उपलब्धता सुनिश्चित करने पर विचार किया गया। इसमें अधिकारियों ने बताया कि शासन द्वारा सभी तरह की खादों की लगातार उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। बडऩगर क्षेत्र के लिए सहकारिता विभाग द्वारा 5 हजार 850 टन अतिरिक्त खाद की मांग की गई हैं ।
कालाबाजारी तथा खाद वितरण में पारदर्शिता न होने की शिकायतें दूर करने के लिए पांच सदस्यों की टीम का गठन भी किया गया है। यह टीम लगातार खाद विक्रेताओं एवं सहकारिता समितियों में निगरानी बनाये हुवे हैं। किसी भी प्रकार की अनियमियता पाये जाने पर गठित दल द्वारा संबंधित संस्था एवं सहकारी सोसायटी के विरुद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव भेजेगी। क्षेत्र के किसानो से अनुरोध भी किया गया कि उर्वरक ( खाद ) क्रय करते समय संबंधित संस्था से बिल अवश्य प्राप्त करें। यदि किसी प्रकार की कोई समस्या हो तो वह एसडीएम को अवगत करा सकते हैं। बैठक कृषि विभाग सहकारिता विभाग, मार्कफेड के अधिकारी उपस्थित रहे हैं ।