बड़ागांव में धरना आंदोलन में पूर्व ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा
नलखेड़ा, अग्निपथ। प्रदेश व केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार में किसानों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली में बैठकर मन की बात करते हैं लेकिन किसानों की समस्यायें नहीं सुनते हैं। इसका ही परिणाम है कि प्रदेश के किसान आज भी खाद, बिजली, पानी जैसी मूलभूत जरूरतों से संबंधित समस्याओं से त्रस्त हैं।
यह बात प्रदेश के पूर्व ऊर्जा मंत्री व खिलचीपुर विधायक प्रियव्रतसिंह खींची ने समीपस्थ ग्राम बड़ागांव में युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित धरना आंदोलन में कही। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई आसमान छू रही है। पेट्रोल-डीजल, खाने के तेल, रसोई गैस व अन्य खाद्य पदार्थ की कीमत बढ़ती ही जा रही है। केंद्र व राज्य सरकारें जनता को किसी प्रकार की राहत देने की कोशिश ही नहीं कर रही है। इसी कारण किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहा है।
प्रदेश के किसान को समय पर खाद और बिजली नहीं मिल रही है। मुख्यमंत्री किसानों की आय दोगुनी करने की बात कर रहे हैं लेकिन जब समय से खाद-बिजली नहीं मिलेगी तो किसानों की आय दोगुनी होने की बजाय किसान बर्बाद हो जाएगा।
धरने के बाद नगर परिषद कार्यालय का संकेतिक घेराव कर एसडीएम सुसनेर, सोहन कनास एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इस अवसर पर आगर विधायक विपिन वानखेड़े, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बाबूलाल यादव, किसान कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष लाला बलरामसिंह, भैरूसिंह परिहार, धरना आंदोलन के आयोजक हरिओम यादव सहित कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।
आंदोलन के लिए पुलिस बल तैनात था
ग्राम बड़ागांव में युवा कांग्रेस के धरना आंदोलन एवं नगर परिषद कार्यालय के घेराव के चलते प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस बल तैनात था। वही अनुविभागीय अधिकारी सोहन कनास, एसडीओपी नाहरसिंह रावत, थाना प्रभारी डीआर बच्चन हर स्थिति पर नजर रखे हुए थे।