उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम के गलियारों में अभी इस्तीफा कांड की गूंज बरकरार ही थी कि अचानक निगम के जागरुकता कार्यक्रमो के लिए काम करने वाली एजेंसी के मुखिया ने सख्त कदम उठा लिया।वह एकदम से निगम के सभी ग्रुप से लेफ्ट हो गए।जिसके चलते एक सवाल सुनाई दे रहा है। क्या रविवार को हो रहे सम्मान समारोह में इस एजेंसी के कर्मचारी शामिल होंगे या नही?
विदित रहे कि निगम के हर जागरूकता अभियान में सहयोग के लिए एक एजेंसी हैं। जिसका नाम सूचना-शिक्षा-सम्प्रेषण( आई.ई.सी.) हैं। इसके मुखिया जितेंद्र गुजरवाडीया हैं। जो कि आज होने जा रहे सम्मान समारोह के 1 दिन पहले ही,निगम के सभी ग्रुप से अलग (लेफ्ट) हो गए।
नतीजा.. तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। उनके इस कदम को उठाने का कारण तलाश किया जा रहा है। विदित रहे कि स्वच्छ भारत मिशन के दौरान एजेंसी ने बेहतरीन काम किया था,और सम्मान समारोह के पहले मुखिया का लेफ्ट होना, सवाल पैदा कर रहा है।
आई.ई.सी. की इस टीम में करीब 160 कर्मचारी है।यह टीम सम्मान समारोह में शामिल होगी या नही? इसको लेकर अभी स्थिति कोई साफ नही है। क्योंकि टीम के मुखिया की नाराजगी से पूरी टीम वाकिफ हैं। सूत्रों का कहना है कि टीम के हेड रोज रोज की फटकार से तंग आ गए थे। इसीलिए वह सभी ग्रुप से अचानक लेफ्ट हो गए।
इधर आज समारोह 11 बजे ग्रांड होटल पर है। अगर मुखिया ,गायब रहे तो पूरी टीम कार्यक्रम का बहिष्कार कर सकती हैं ? ऐसी चर्चा निगम के गलियारों में सुनाई दे रही हैं।
नाराजगी…
विदित रहे कि निगम में इन दिनों कर्मचारी संगठनों से लेकर, मातहतों में आक्रोश की लहर पनप रही हैं। इसी लहर के चलते अभी अभी फायर अफसर संविदा नियुक्ति से इस्तीफा दे चुके है। ताजा मामला आई.ई.सी. हेड का है। दोनों ही मामलों में सार्वजनिक फटकार और प्रताडऩा की चर्चा, निगम में सुनाई दे रही हैं। चर्चा पर यकीन करें तो बारूद के ढेर में केवल एक चिंगारी की देर हैं। जिसके बाद होने वाले विस्फोट की गूंज भोपाल तक सुनाई देगी।