कारोबारी को फांसने से पहले फर्जी क्राइम ब्रांच अफसर खुद फंस गये, आज करेंगे पेश
उज्जैन,अग्निपथ। फर्जी क्राइम ब्रांच अफसर बन ठगी का प्रयास करते धराए तीनों युवको ंसे माधवनगर पुलिस को रोचक जानकारी मिली है। वह अवैध फर्म चलाने की सूचना पर शेयर कारोबारी के ऑफिस गए थे। उन्हें शार्टकट से लखपति बनने का आइडिया अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म स्पेशल 26 से मिला था और धावा बोलने की जगह दोस्त ने बताई थी। पुलिस पूछताछ के बाद तीनों को रविवार दोपहर कोर्ट में पेश करेगी।
मक्सीरोड पर कांचवाला बिल्डिंग में मुकेश मालवीय का एंजल ब्रोकिंग नाम से शेयर बाजार के लिए डिमेट अकाउंट खोलने का ऑफिस है। यहां ग्राम चंदेसरा निवासी अजय पंवार मैनेजर है। शुक्रवार को तराना स्थित खंडेलवाल नगर का आशुतोष पिता संजय गर्ग (24) तिरुपतिधाम कॉलोनी निवासी आशीष कैलाश नारायण चावड़ा (34) व साईं विहार कॉलोनी का सुनील यादव पुलिस मंच पत्रिका लिखी कार एमपी 04 सीएस 8661 से भोपाल के क्राइम ब्रंाच अफसर बन उनके ऑफिस पहुंचे थे।
उन्होंने तीन ग्राहकों द्वारा शिकायत करना बताते हुए एंजल ब्रोकिंग छापा मारने की नोटंकी की। बाद में छोडऩे के नाम पर 25 लाख रुपए मांगते हुए धमकाया कि नहीं देने पर ऐसी कार्रवाई करेंगे की जिंदगी भर जेल में सड़ते रहोगे। बाद में पोल खुलने पर माधवनगर पुलिस ने तीनों को गिरफ्त में लेकर उनसे कार, नकली वॉकी टॉकी, प्रेस कार्ड व मोबाइल जब्त कर पूछताछ की तो ठगी की पूरी कहानी खुल गई। पुलिस अब तीनों को रविवार को कोर्ट में पेश करेगी।
पुलिस भी सकते में
खास बात यह है कि तीनों ने जिस अंदाज में ऑफिस में घुसते ही वहां मौजूद 30 कर्मचारियों के मोबाइल लिये और सभी फाइल अपने कब्जे में ली, उससे स्टॉफ सहम गया। कंपनी मालिक मुकेश मालवीय से फोन पर बात कर नकली वाकी टॉकी पर पुलिस कंट्रोल रूम से फोर्स व गाड़ी भेजने की नोटंकी ने भी कर्मचारियों को डरा दिया। यहीं वजह रही कि पुलिस ने भी पहुंचने के बाद क्राइम ब्रांच से संपर्क कर जांच के बाद कार्रवाई की। पुलिस अब उनका रिकार्ड तलाश रही है, साथ यह भी पता लगाया जा रहा है कि उन्होंने अन्य जगह कोई वारदात तो नहीं की है।
भाजपा नेता होने की भभकी
आशुतोष ने कबूला कि तीनों कई छोटे-मोटे काम कर चुके हैं। फिल्म में कास्टिंग मैनेजर का काम भी किया। लेकिन लखपति नहीं बनने पर तरीका पूछा तो नानाखेड़ा निवासी विशाल सोलंकी ने मक्सीरोड पर बिना सेबी में रजिस्टे्रशन कराए प्रेस्टिज ग्लोबल साल्यूशन कंपनी चलने की सूचना दी। इस पर उन्होंने फिल्म स्पेशल 26 की तर्ज पर क्राइम ब्रांच अफसर बन ठगने की योजना बनाई। उम्मीद थी अवैध कंपनी होने पर आसानी से माल मिल जाएगा और शिकायत नहीं होगी। इस दौरान उसने खुद को भाजपा के तराना आईटी सेल प्रभारी होने की भी भभकी दी।
एसटीएफ ने भी ली जांनकारी
क्राइम ब्रांच अफसर बन ठगी करने का पता चलते ही एसटीएफ भी शनिवार सुबह माधवनगर थाने पहुंची और तीनों आरोपियों से सूक्ष्मता से पूछताछ कर रिकार्ड की। आरोपियों को पकडऩे में टीआई मनीष लौधा, एसआई महेंद्र मकाश्रे, एएसआई यशवंत कछवाय, राधेश्याम आंवलिया, प्रआ. कृपाशंकर, पवनसिंह, रुपेश, जितेंद्र झा, आर. शैलेष, कुलदीप, अनीस मंसूरी व क्राइम ब्रांच के संजय यादव की मुख्य भूमिका रही है।