पीडि़त ने ऊर्जा मंत्री सहित वरिष्ठ अधिकारियों से की शिकायत
शाजापुर, अग्निपथ। मनमाने बिजली बिल थमाकर उपभोक्ताओं को परेशान करने वाली विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों ने अब झूठे प्रकरण बनाकर अपनी जेब भरने के लिए रिश्वतखोरी का धंधा शुरू कर दिया है।
शहर में रिश्वतखोरी करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों की पीडि़त ने ऊर्जा मंत्री सहित विभागीय अधिकारियों से भी शपथ बनाकर शिकायत की है, लेकिन एक पखवाड़े से अधिक बीत जाने के बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
शहर के भोईबाड़ा में रहने वाले असलम कुरैशी ने ऊर्जा मंत्री के नाम दिए गए शिकायती आवेदन में बताया कि उसने कृषि यंत्र कारखाने के लिए 6 अगस्त 2021 को श्रम कार्यालय से लाइसेंस लिया। इसके बाद बेरछा रोड स्थित बिजली कंपनी कार्यालय पर एक गैर घरेलू विद्युत कनेक्शन के लिए 9 अगस्त को नियमानुसार विद्युत शुल्क जमा किया लेकिन इसके बाद भी बिना सूचना के 15 अगस्त को शाजापुर शहर विद्युत वितरण कनिष्ठ यंत्री बलराजशरण तिवारी, कर्मचारी प्रवीण हर्बल कारखाने पर आए झूठा पंचनामा बनाकर तत्काल 1 लाख 64 हजार 420 रुपए जमा करने को कहा।
जिसकी शिकायत बिजली कंपनी कार्यालय लालघाटी पर की गई। इसके बाद बलराज तिवारी ने दोबारा से रिश्वत लेने के चक्कर में पंचनामे के 38 दिन बाद कारखाने का मीटर काटकर उसे उज्जैन पहुंचाया दिया। जहां जांच में मीटर में किसी भी तरह की छेड़छाड़ करना सामने नही आया। फिर भी बलराज तिवारी, प्रवीण हर्बल और श्याम रावल पंचनामा निरस्त करने तथा प्रकरण का निपटान करने के लिए रिश्वत के लिए दबाव बनाने लगे।
परेशान होकर असलम ने माजिद के माध्यम से बलराज तिवारी, प्रवीण हर्बल और श्याम रावल को बिजली कंपनी कार्यालय लालघाटी के सामने चाय की गुमटी पर पांच हजार रुपए की रिश्वत प्रकरण समाप्त करने के लिए दिए, किंतु रुपया लेने के बाद भी प्रकरण को समाप्त नही किया गया।
इनका कहना है
शिकायत करने वाले को शिकायत करने का अधिकार है, उसमें मैं क्या कर सकता हूं। मामले की जांच वरिष्ठ कार्यालय द्वारा की जा रही है। -बलराज तिवारी, कनिष्ठ यंत्री विविकं शाजापुर।