महाकाल मंदिर के भस्मारती प्रभारी का प्रभार संभालने वाले कर्मचारी को बदला
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती दर्शन करने आने वाले वीवीआइपी श्रद्धालुओं के प्रोटोकॉल कर्मचारियों के साथ इन दिनों भस्म आरती में पदस्थ कर्मचारियों का विवाद आए दिन हो रहा है। जिसके चलते श्रद्धालु अपने मन में अच्छी छवि लेकर नहीं जा रहे हैं। जानकारी लगने पर मंदिर की सहायक प्रशासक पूर्णिमा सिंघी ने कर्मचारी को मुख्य द्वार से हटाकर अन्यत्र पदस्थ कर दिया है।
बुधवार की सुबह होने वाले भस्म आरती में शामिल होने के लिए ज्यूडिशल से श्रद्धालु आए थे। इनके प्रोटोकॉल कर्मचारी का प्रवेश को लेकर विवाद मुख्य प्रवेश द्वार पर ड्यूटी दे रहे आशीष दुबे नाम के कर्मचारी से हो गया था।
बताया जाता है कि मामला काफी बढ़ गया था। जिसको लेकर मंदिर गलियारों में भी बात की चर्चा दिन भर रही। वहीं दूसरे मामले में कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा भस्म आरती दर्शन के लिए कुछ श्रद्धालुओं के नाम भस्म आरती व्हाट्सएप ग्रुप पर डाले गए थे।
जब श्रद्धालु मुख्य प्रवेश द्वार पर पहुंचे तो उनको प्रवेश नहीं दिया गया। बताया जाता है कि भस्म आरती प्रभारी का प्रभार संभालने वाले कर्मचारी आशीष दुबे के द्वारा व्हाट्सएप का उपयोग नहीं किए जाने के कारण इस प्रकार की स्थिति बनी थी। बाद में सभी को भस्मारती देखने के लिए रवाना कर दिया गया था।
दूसरे कर्मचारी को किया नियुक्त
मामले की जानकारी जब सहायक प्रशासक पूर्णिमा सिंघी को लगी तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से भस्मारती प्रभारी का प्रभार संभालने वाले कर्मचारी आशीष दुबे को हटाकर अंदर की व्यवस्था संभालने के लिए नियुक्त कर दिया। वहीं उनकी जगह कर्मचारी योगेश नामदेव को इसका प्रभार सौंपा है।
मुख्य भस्म आरती प्रभारी अवकाश पर
भस्म आरती प्रभारी उमेश पंड्या इन दिनों अवकाश पर चल रहे हैं। जिसके चलते व्यवस्था संभालने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि कर्मचारी प्रोटोकाल श्रद्धालुओं को दो प्रवेश द्वारों से प्रवेश करवाते हैं।
लेकिन इसके बावजूद प्रवेश को लेकर अव्यवस्था का आलम बनता है, जिसके चलते अक्सर कर्मचारियों का विवाद प्रोटोकाल कर्मचारियों से हो जाता है।