प्रतिबंधित 1 से 3 बजे के समय में भी आम श्रद्धालुओं को प्रवेश, रसीद धारी श्रद्धालुओं का जलाभिषेक भी चल रहा
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में गर्भगृह से प्रवेश तो शुरू कर दिया गया था, लेकिन 2 दिन तक आम श्रद्धालुओं को भगवान के निकट से दर्शन करने का समय काफी कम था। रसीदधारियों का समय अलग से कर दिए जाने और इस दौरान आम आम श्रद्धालुओं का दर्शन गर्भगृह से प्रतिबंधित किए जाने के कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई थी। लेकिन अब इसमें मंदिर प्रशासन ने सुधार कर श्रद्धालुओं को दोपहर के प्रतिबंधित समय में भी दर्शन करवाना शुरू कर दिए हैं। जिससे प्रतिदिन आम श्रद्धालुओं को अब लगभग 6 घंटे दर्शन हो रहे हैं।
दैनिक अग्निपथ ने अपने 8 दिसम्बर के अंक में आमजन को 2 और रसीदधारियों को 6 घंटे कराए जा रहे दर्शन…शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। मंदिर प्रशासन ने इस पर संज्ञान लिया और आमजन को अधिक सुविधा प्रदान करने के लिए बुधवार से दर्शन का पैटर्न बदल दिया।
जिसमें सुबह 8 से 10.15 बजे तक आम श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं दोपहर 1 से 3 बजे का समय जोकि आम श्रद्धालुओं के लिए प्रतिबंधित किया गया था। इसमें भी आम श्रद्धालुओं के गर्भगृह से दर्शन की सुविधा प्रदान करना शुरू कर दी गई। प्रतिदिन 4 बजे तक आम श्रद्धालुओं को गर्भगृह से दर्शन प्राप्त हो रहे हैं। बुधवार और गुरुवार को भी लगभग 6 घंटे आम श्रद्धालुओं को दर्शन कराए गए।
अभिषेक रसीद लेकर फिर भी जा रहे श्रद्धालु
दोपहर 1 से 3 बजे का समय पूर्व में प्रतिबंधित होने से 1500 रुपए की अभिषेक रसीद पर दो श्रद्धालुओं को गर्भगृह से दर्शन कर जलाभिषेक कराया जा रहा था, लेकिन बुधवार से आम श्रद्धालुओं को भी इस अवधि में प्रवेश दिए जाने के कारण पुजारी पुरोहितों के पास कम संख्या में यजमान जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं।
पुरोहितों का कहना है कि जब गर्भगृह से प्रवेश चालू रहेगा तो उनके पास यजमान क्योंकर गर्भगृह से जलाभिषेक करवाने आएगा। वहीं इस अवधि के दौरान करीब 10 अभिषेक रसीदें काटी गई हैं। मंदिर प्रशासन ने भी इस अवधि के दौरान 1500 की अभिषेक रसीद काटें जाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
दो समय प्रतिबंधित एक में आमजन भी
महाकालेश्वर मंदिर गर्भगृह में सुबह 6.15 से 7.15 और रात्रि 8 से 9 बजे का समय अभिषेक रसीद से दर्शन को जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए चालू है, लेकिन दोपहर 1 से 3 बजे का समय आम श्रद्धालुओं और रसीदधारियों दोनों के लिए कर दिया गया है। ऐसे में आम श्रद्धालुओं का गर्भगृह से भगवान महाकाल के अधिक समय निकट से दर्शन मिल रहे हैं।
इनका कहना
दोपहर 1 से 3 बजे के बीच आम श्रद्धालुओं के दर्शन के साथ साथ अभिषेक रसीदधारी श्रद्धालुओं के जलाभिषेक की भी व्यवस्था की गई है। -पूर्णिमा सिंघी, सहायक प्रशासक, महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति