नाले पर बना लिए थे अवैध कच्चे मकान, प्रशासन ने अतिक्रमण ढहाकर कराया साफ

नाले की जमीन पर बने अवैध कच्चे मकान ढहाती प्रशासन की टीम।

झाबुआ, अग्निपथ। शहर के चैतन्य मार्ग पर (उदयपुरिया क्षेत्र) में कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से कच्चे मकान बनाकर किये अतिक्रमण को प्रशासन ने शुक्रवार को ढहा दिया। वहीं इस कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण बताते हुए कुछ लोगों ने आक्रोश भी जताया है।

उदयपुरिया क्षेत्र में शुक्रवार को दोपहर अचानक से प्रशासनिक अमला पहुंचा और यहां कुछ लोगों द्वारा नाले पर अवैध निर्माण कर बनाए मकान के नाले की जमीन के हिस्से का पूरा अतिक्रमण तोडक़र नाले की सफाई की करवाई की गई।

प्रशासनिक अमले में तहसीलदार झाबुआ आशीष राठौर, नगरपालिका सीएमओ एलएस डोडिया, राजस्व शाखा प्रभारी अयूब खान, थाना प्रभारी झाबुआ सुरेन्द्रसिंह गाडरिया, शहर पटवारी नानूराम मेरावत, एसआई नीलमसिंह सहित राजस्व, नगरपालिका और पुलिस विभाग का पूरा अमला मौजूद रहा।

उधर लोगों ने इस दौरान यह भी आपत्ति ली कि पूरे शहर में ही स्थायी के साथ अस्थायी अतिक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन प्रशासन और पुलिस केवल कागजी खानापूर्ति के लिए चुनिंदा स्थानों पर ही गरीबों के आशियानों पर बुलडोजर चलाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेती है।

बिना नोटिस दिए कार्रवाई करने पर विरोध

ज्ञातव्य रहे कि इसी स्थान पर पिछले कुछ वर्षों भी प्रशासन की टीम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की थी, लेकिन अतिक्रमणकारियों द्वारा पुन: कब्जा जमाए जाने से इस बार प्रशासनिक अमले ने सख्ती बरती। प्रशासनिक अमले की यह कार्रवाई यहां करीब 3-4 घंटे तक चली। इस दौरान अतिक्रमणकारियों ने प्रशासन द्वारा कार्रवाई से पूर्व नोटिस नहीं जारी करने एवं ताबड़तोड़ कार्रवाई को लेकर भी अपना आक्रोश व्यक्त किया गया।

निर्देशों का किया पालन

नेशनल ग्रीन ट्रीब्यनूल एवं जिला कलेक्टर के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। आगामी दिनों में संपूर्ण शहर में भी अभियान चलाकर स्थायी के अस्थायी सभी प्रकार का अतिक्रमण सख्ती से हटवाया जाएगा। – आशीष राठौर, तहसीलदार, झाबुआ।

Next Post

उज्जैन कृषि उपज मंडी में फिर माहौल गर्माने लगा: हम्मालों ने पचास फीसदी रेट बढ़ाने की मांग रखी

Fri Dec 10 , 2021
व्यापारी हम्माली के रेट बढ़ाने को तैयार नहीं उज्जैन, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में एक बार फिर से माहौल गर्माने लगा है। हम्मालों ने रेट में पचास फीसदी बढ़ौत्री की मांग की है। वहीं व्यापारी रेट बढ़ाने के लिए तैयार नहीं है। आठ दिन में दो मीटिंग हो चुकी हैं। […]