नगर निगम के ठेकेदारों ने आयुक्त से मांगा भुगतान
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम में रूका हुआ भुगतान निकलवाने के लिए ठेकेदारों फिर आंदोलन की राह पर है। नगर निगम बिल्डर एसोसिएशन के सदस्यों ने नगर निगम के किसी नए टेंडर में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया है। ठेकेदारों ने स्वच्छता मिशन के काम भी लेने से इंकार कर दिया है।
दो दिन पहले हुई बिल्डर एसोसिएशन की बैठक में कोई भी नया टेंडर नहीं लेने का फैसला किया था। ठेकेदारों ने मंगलवार दोपहर नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता से मुलाकात कर ठेकेदारों पर बनाए जा रहे दबाव के संबंध में बात की। नगर निगम के अधिकारी ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने, पेनल्टी लगाने जैसे दबाव बना रहे है।
ठेकेदारों ने आयुक्त से कहा कि 16 महीनों से भुगतान लंबित है। शिल्पज्ञ विभाग को छोडक़र नगर निगम के बाकी सारे काम चल रहे हैं, सभी को भुगतान भी हो रहा है। ठेकेदारों ने निर्माणकार्यो में जितनी रकम खर्च की, उससे ज्यादा तो वे कर्ज का ब्याज दे चुके हैं। अब भी यदि भुगतान नहीं हुआ तो हालत खराब हो जाएगी।
नगर निगम शिल्पज्ञ विभाग से नए टेंडर के बाद एग्रीमेंट नहीं करने वाले एक ठेकेदार की अर्नेस्ट मनी राजसात करने के आदेश जारी किए गए थे। ठेकेदारों ने इस पर भी आपत्ति ली, कहा- आप भुगतान तो कर नहीं रहे, नए टेंडर के अनुबंध करने के लिए दबाव अलग बना रहे है। यह ठीक नहीं है। आयुक्त ने इस तरह की कार्यवाही तत्काल रोकने और ठेकेदारों को माह के क्रम से जल्द भुगतान करने के लिए आश्वस्त किया है।
यह भी पढ़ेंः नगर निगम में डीजल के खर्च पर कैंची, दो अधिकारियों के बीच होगा एक वाहन