उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम की आय बढ़ाने के लिए, विशेष तौर पर लाये गये, प्रबंधन सलाहकार आज कही भी नजर नहीं आये। निगम और स्मार्ट सिटी कार्यालय। दोनों जगह उनकी चर्चा रही। इस बीच प्रबंधन सलाहकार, निगम के एक ग्रुप से खुद लेफ्ट हो गये। इधर निगम में प्रतिनियुक्ति पर आये एक अधिकारी ने तबादला मांग लिया है। यह अधिकारी वर्तमान में अपर आयुक्त के पद पर कार्यरत है।
अग्निपथ ने गत 10 दिसम्बर को खबर प्रकाशित की थी। परिचय पूछा तो बोले- निगम आयुक्त से बात करो … शीर्षक से। जिसमें अधिकारी की हैसियत से काम कर रहे आकाश गोयल की पदस्थापना और पद को लेकर सवाल उठाये थे? खबर प्रकाशित होते ही दोनों कार्यालयों, निगम और स्मार्ट सिटी में हडक़ंप मच गया था। सवाल खड़े हो रहे थे। इस बीच आज मंगलवार को अवैतनिक प्रबंधन सलाहकार की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय रही।
लेफ्ट …
विदित रहे कि 9 दिसम्बर 21 को आकाश गोयल, अपर आयुक्त वित्त की केबिन में बैठक काम कर रहे थे। दोपहर सवा 12 बजे करीब। उनसे परिचय पूछा तो उनका जवाब था कि … निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता से मेरा परिचय पूछो। जिसके बाद वह अचानक गायब हो गये और आज मंगलवार तक दोनों कार्यालय में नजर नहीं आये।
इधर सोमवार की रात 10 बजकर 55 मिनट पर वह स्वच्छ भारत मिशन के निगम ग्रुप से अचानक लेफ्ट हो गये। वह केवल इस ग्रुप से ही लेफ्ट हुए है। बाकी स्मार्ट सिटी के मृदा- टाटा-बायोमेथ सहित निगम के ग्रुप स्वीमिंग पुल- सीएमसी ऑनलाइन- स्वास्थ्य- स्टोर- वर्कशॉप- सिटी बस आदि सभी ग्रुपों में मौजूद है। उनका स्वच्छ भारत मिशन ग्रुप से लेफ्ट होना चर्चा का विषय बन गया है।
तबादला मांगा …
नगर निगम में पदस्थ अपर आयुक्त ने अचानक तबादला मांगकर, निगम में सनसनी फैला दी है। वह भी स्वयं के व्यय पर। तबादला मांगने वाले अपर आयुक्त आरएस मंडलोई है। जिन्होंने 13 दिसम्बर को पत्र लिखकर तबादला मांगा है। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास विकास से।
उन्होंने स्पष्ट लिखा है कि … वह नगर निगम उज्जैन में प्रतिनियुक्ति पर अपनी सेवाएं देने के इच्छुक नहीं है। वह संयुक्त संचालक स्तर के अधिकारी है। इसलिए स्वयं के व्यय पर किसी भी नगर पालिका परिषद में सीएमओ की पदस्थापना चाहते है।
चर्चा …
अपर आयुक्त पद पर कार्यकर रहे श्री मंडलोई का अचानक स्थानांतरण मांगना, निगम के गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। निगम में उनके इस कदम को,पिछले दिनों फायर अफसर के अचानक इस्तीफा देने से जोड़ा जा रहा है। दबी जुबान में चर्चा है कि … अधिकारी प्रताडि़त होगा तो इस्तीफा देगा या तबादला मांग लेगा?