कलेक्टर ने कहा- 15 फरवरी तक कैसे भी रूद्रसागर में बंद करो सीवरेज का पानी
उज्जैन, अग्निपथ। वाराणसी में बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण, अयोध्या में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्रियों का भ्रमण, कैदारनाथ में करोड़ो के नए निर्माणकार्यो के लोकार्पण की कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अगला बड़ा कार्यक्रम उज्जैन में संभावित है।
महाशिवरात्री से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र में चल रहे मंदिर परिसर विस्तार के 752 करोड़ रूपए के निर्माणकार्यो का लोकार्पण और भूमिपूजन करने आ सकते है। प्रधानमंत्री के आगमन से पहले रूद्रसागर को पूरी तरह सीवरेज से मुक्त करना सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।
रूद्रसागर को पूरी तरह से सीवरेज के पानी से मुक्त करने और महाकाल मंदिर क्षेत्र में चल रहे परिसर विस्तार योजना (मृदा) के फस्र्ट फेज के काम को किसी भी सूरत में 15 फरवरी तक पूरा किया जाना है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह डेड लाईन तय की है।
कलेक्टर आशीष सिंह और अन्य अधिकारी भी इसे गंभीरता से ले रहे है। कलेक्टर हर आठवें दिन प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक ले रहे है। गुरुवार को भी कलेक्टर आशीष सिंह ने स्मार्ट सिटी कंपनी और मृदा प्रोजेक्ट के अधिकारियों के साथ बैठक की और हर एक काम की प्रगति की रिपोर्ट ली। कलेक्टर ने रूद्रसागर में लाइट एंड साउंड कार्यक्रम और शिखर दर्शन प्रोजेक्ट के भी जल्द टेंडर करने के लिए निर्देशित किया है।
कलेक्टर ने दिए ये निर्देश
- 15 फरवरी से पहले मृदा योजना के फर्स्ट फेस के सभी कार्य पूरे किए जाए।
- रूद्रसागर की सफाई और जलकुंभी हटाने का काम भी इस अवधि से पहले पूरा करना होगा।
- रूद्रसागर को फिर से भरने में कितना पानी लगेगा इसका अभी से आंकलन करे।
- रूद्रसागर के प्रवेश द्वार से लेकर कॉरीडोर होकर फेसिलिटी सेंटर तक पहुंचने के बीच श्रद्धालुओं के लिए टॉयलेट, पीने के पानी की व्यवस्था, सीटिंग अरेंजमेंट के लिए मंदिर समिति रिपोर्ट तैयार करे।
- विस्तार परियोजना के विभिन्न घटको के नामकरण के लिए विद्वतजनों से संपर्क करे।
- नए प्रवचन हॉल में दो हजार लोग बैठ सके, इसके लिए प्राक्कलन तैयार करे और दानदाताओं से संपर्क किया जाए।
- हरिफाटक ब्रिज की चारों भुजाओं के चौड़ीकरण और अंडर पास के लिए डीआरएम से संपर्क किया जाए, ताकि काम जल्द आरंभ हो सके।