भारत हाउसिंग सोसायटी मामले में मुख्यालय रिपोर्ट भेजने की तैयारी
उज्जैन,अग्निपथ। भारत हाउसिंग सोसायटी में धांधली के आरोपों में फंसे सहकारिता विभाग निरीक्षक प्रदीप नाहटा पर लोकायुक्त जल्द केस दर्ज कर सकती है। वजह मामले की जांच में पुख्ता प्रमाण मिलना है। जांच अधिकारी अब जल्द मुख्यालय रिपोर्ट भेजकर कार्रवाई पूर्ण करने की तैयाीर कर रहे हैं।
महाकाल वाणिज्य केंद्र निवासी सहकारिता निरीक्षक प्रदीप नाहटा (वर्तमान नीमच) में पदस्थ हैं। उनके खिलाफ करीब तीन वर्ष पहले लोकायुक्त में शिकायत हुई थी। आरोप है कि उन्होंने भारत हाउसिंंग सोसायटी में परिसमापक रहते जेब भरने के लिए गैर सदस्यों को प्लाट बेचे और एक ही सदस्य को कई प्लाट दे दिए। समिति सदस्यों को कलेक्टर गाइड लाईन से कम में भूखंड दिए। यहीं नहीं विक्रय राशि का केश बुक में समायोजन तक नहीं किया है।
नाहटा पर भ्रष्टाचार के लिए पद का दुरुपयोग करने मामले में निरीक्षक राजेंद्र वर्मा ने जांच की तो आरोपों के संबंध में पुख्ता प्रमाण मिले। नतीजतन अब वह विभाग से नाहटा के कार्यकाल के दस्तावेज मंगवाने के बाद मुख्यालय रिपोर्ट भेजेंगे।
धांधली का ऐसे मिला मौका
भारत हाउसिंग सोसायटी के इंदौर रोड पर प्रगति नगर, तुलसी नगर व बसंत बिहार व आगर रोड पर गायत्री नगर में काफी प्लाट थे। विवादों के चलते समिति भंग होने पर वर्ष 2007 में सहकारिता विभाग ने निरीक्षक नाहटा को प्रभारी अधिकारी बनाया फिर परिसिमापक बना दिया। यहीं से नाहटा ने धांधली शुरू की। आरोप है कि उन्होंने 75 से ज्यादा भूखंडों की रजिस्ट्री की,लेकिन ऑडिट में उसका अब तक हिसाब नही दिया।
दूसरी समिति के मामले में सस्पेंड
सहकारिता विभाग के अनुसार नाहटा को श्याम गृह निर्माण समिति की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्होंने यहां भी गड़बड़ी की। शिकायत होने पर विभाग ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। हालांकि बाद में निलंबन खत्म कर उनका नीमच तबादला कर दिया। इस संबंध में नाहटा से चर्चा का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
इनका कहना है
भारत हाउसिंग सोसायटी की जांच लगभग पूरी हो गई है। रिपोर्ट जल्द ही मुख्यालय भेजेंगे। प्रकरण दर्ज हो सकता है।
-राजेंद्र वर्मा, निरीक्षक लोकायुक्त