आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सर्जरी की अनुमति का आईएमए ने किया विरोध

सांसद को दिया ज्ञापन

उज्जैन। डॉक्टरों की संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिशन (आईएमए) की स्थानीय इकाई ने केंद्र सरकार के उस आदेश का विरोध किया है, जिसमे आयुर्वेदिक डॉक्टर को सर्जरी करने के अधिकार दिए जाने का उल्लेख है।। इस आदेश के विरुद्ध डॉक्टर हड़ताल पर जाने का मन बना रहे हैं।

आईएमए उज्जैन इकाई सचिव डॉ. तपन शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने हाल ही में एक नोटिफिकेशन के माध्यम से आयुष और आयुर्वेदिक डिग्री धारियों को कुछ सर्जरी करने के अधिकार दिए है। इस आदेश का आई एम ए से जुड़े डॉक्टर विरोध कर रहे है। इनका कहना है कि इस आदेश से मरीजो का नुकसान होगा। एमबीबीएस के बाद मास्टर ऑफ सर्जरी में 10 साल की पढ़ाई के बाद कोई डॉक्टर सर्जरी के लिए योग्यता प्राप्त करता है, आयुर्वेदिक डिग्री की पढ़ाई और पेथी सर्जरी से बिलकुल अलग है, इससे मरीजो का नुकसान होगा।

इस आदेश के विरुद्ध आई एम के उज्जैन इकाई अध्यक्ष डॉ कात्यायन मिश्र और सचिव डॉ तपन के नेतृत्व में एक दल सांसद अनिल फिरोजिया व कलेक्टर आशिष सिंह से मिला और प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ अनूप निगम, डॉ विजय गर्ग, डॉ जितेन्द्र भटनागर, राजेन्द्र बंसल, अजय खरे, डॉ जया मिश्रा, मोना गुप्ता, अनिता पीटर, रवि बंसल, जीके नागर, डॉ पेडनेकर आदि उपस्थित थे। जिलाध्यक्ष डॉ कात्यायन मिश्रा और सचिव डॉ तपन शर्मा ने बताया की हम 10 साल में एमबीबीएस के बाद सर्जरी योग्यता प्राप्त करते हैं जबकि आयुर्वेद में ऐसा नहीं होता। इसके विरोध मे हम हड़ताल पर भी जा सकते है।

Next Post

इस वर्ष जनरल प्रमोशन नहीं परीक्षा देना अनिवार्य, शिक्षण शुल्क भी देना होगा

Tue Dec 8 , 2020
निजी स्कूल संचालकों के साथ बैठक में बोले शिक्षा राज्यमंत्री उज्जैन/भोपाल। शैक्षणिक सत्र 2020-21 में जनरल प्रमोशन नहीं दिया जाएगा। विद्यार्थियों को परीक्षा के आधार पर ही अगली कक्षाओं में प्रवेश दिया जाएगा। कक्षा छह से आठ तक की कक्षाएं ग्रुप में नियमों के तहत लगाए जाने पर एक बार […]