उज्जैन, अग्निपथ। आगर रोड़ स्थित विनोद-विमल मिल की जमीन को बेचने के लिए राजस्व विभाग ने एमपीआरडीसी के माध्यम से टेंडर जारी किए है। मिल की 3 हजार 612 वर्ग मीटर जमीन की शुरूआती कीमत 19 करोड़ 31 लाख रूपए तय की गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने राज्यशासन को विनोद मिल की जमीन बेचकर श्रमिकों का बकाया भुगतान करने के लिए 2 साल का वक्त दिया था। यह अवधि भी पूरी हो चुकी है, श्रमिकों का बकाया भुगतान अब तक नहीं मिल सका है। हालांकि राज्यशासन कोर्ट में बकाया भुगतान की 10 प्रतिशत राशि जमा कर चुका है।
अब मिल की जमीन को बेचकर श्रमिकों का शेष बकाया भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। निर्धारित 3,612 वर्गमीटर जमीन का बाजार मूल्य फिलहाल लगभग 200 करोड़ रूपए है। इसे मूल्यवान बनाने के लिए राजस्व विभाग ने सख्याराजे प्रसूतिगृह के पास से नया फोरलेन बनाने का भी काम शुरू किया है। जमीन विक्रय के लिए प्री-बीड मीटिंग 21 दिसंबर मंगलवार को होगी। संपत्ति की ऑनलाईन नीलामी 21 जनवरी को की जाएगी।
जमींदोज होगी महाराजवाड़ा स्कूल की बिल्डिंग
महाराजवाड़ा के रियासतकालीन बिल्डिंग से सटकर स्कूल संचालन के लिए बनाई गई बिल्डिंग को जमींदोज कर दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी कंपनी ने इसके लिए टेंडर कॉल किए है। महाराजवाड़ा क्रमांक 3 की बिल्डिंग को जमींदोज करने और मलबा भी ले जाने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी ने 3 लाख 82 हजार रूपए का टेंडर जारी किया है। 31 दिसंबर तक यह टेंडर डाला जाना है।