मंगलवार को नहीं चली, बड़ा गणेश मंदिर के सामने से हटवाई
उज्जैन, अग्निपथ। मंगलवार को महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित उज्जैन दर्शन बस सेवा यात्रियों के अभाव में नहीं चल सकी। यातायात में बाधक मानते हुए यातायात डीएसपी ने इसको बड़ा गणेश मंदिर के सामने से हटवा दिया। लिहाजा मंगलवार को एक भी यात्री बस में नहीं बैठा और इसको स्थगित करना पड़ा। हालांकि बस को अन्न क्षेत्र में खड़ा करवा दिया था।
बताया जाता है कि विगत 3 दिन से यातायात डीएसपी अरविंद सिंह तोमर द्वारा बड़ा गणेश मंदिर के सामने बस खड़ी करने के दौरान आपत्ति ली जा रही थी और यहां से हटाने को कहा जा रहा था। जिसके चलते सोमवार को तो 26 यात्री भरकर बस अपने गंतव्य पर रवाना हुई। लेकिन मंगलवार को जब बस बड़ा गणेश मंदिर के सामने खड़ी की गई तो यातायात डीएसपी ने आकर आपत्ति जताई और बस को यहां से हटवा दिया। मंदिर के अधिकारियों को भी इस बात की सूचना दी गई और उन्होंने बस को अन्न क्षेत्र में खड़ा करने के निर्देश प्रदान किए।
अन्न क्षेत्र में यात्री नहीं मिले
बताया जाता है कि मंदिर के अधिकारियों के निर्देश के बाद महाकालेश्वर मंदिर की उज्जैन दर्शन बस को अन्न क्षेत्र में खड़ा कर दिया गया था। लेकिन बस के ड्राइवर और कंडक्टर द्वारा आवाज लगाए जाने के बाद भी श्रद्धालु बस में बैठने अन्न क्षेत्र तक नहीं आ पाए। जिसके चलते मंगलवार को उज्जैन दर्शन बस सेवा स्थगित रखना पड़ी। मंगलवार को राज्यपाल के आगमन के कारण अधिकारियों की व्यस्तता के कारण भी इसका कोई ठोस उपाय नहीं निकाला जा सका।
ज्ञातव्य रहे कि अन्न क्षेत्र एक ओर होने के कारण श्रद्धालु ड्राइवर और कंडक्टर को निजी दर्शन बस सेवा का कर्मचारी समझते हैं। जिसके चलते वहां बस में नहीं बैठे। वहीं क्षेत्र में घूमने वाले ऑटो रिक्शा चालक श्रद्धालुओं को सब्जबाग दिखाकर बैठा कर ले जाते दिखे।
यातायात होता है प्रभावित
महाकाल मंदिर की उज्जैन दर्शन बस को बड़ा गणेश मंदिर के सामने खड़ा कर दिया जाता है। दोपहर 12.15 बजे यहां से बस चलती है। करीब आधा घंटा बस को यहां पर खड़ा किया जाता है। हालांकि वर्षों से महाकाल मंदिर की उज्जैन दर्शन बस सेवा बड़ा गणेश मंदिर के सामने से संचालित हो रही है, लेकिन आज तक इस प्रकार की कोई परेशानी सामने नहीं आ पाई है। लेकिन हाल ही में मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में आ रहे हैं। जिसके चलते यातायात प्रीपेड बूथ से लेकर हरसिद्धि मंदिर तक श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहता है। जिसके चलते बस खड़ी करने में यातायात तो बाधित होता ही है।