नगर निगम आयुक्तने बदले तीन अपर आयुक्तों के विभाग
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता ने नगर निगम के तीन अपर आयुक्तों के बीच नए सिरे से कार्यविभाजन के आदेश जारी किए है। आयुक्त की कार्यप्रणाली के खिलाफ खुले तौर पर नाराजगी जाहिर करने वाले अपर आयुक्त राधेश्याम मंडलोई को जनसेवा से जुड़े वे सारे काम दिए गए है जिनमें ‘आवक कौड़ी की नहीं, फुर्सत घड़ी की’ नहीं रहती है।
आयुक्त अंशुल गुप्ता द्वारा जारी नए आदेश के मुताबिक राजस्व, जेएनएनयूआरएम, प्रधानमंत्री आवास, अमृत मिशन, वर्कशॉप, फायर ब्रिगेड, कॉलोनी सेल, सामान्य प्रशासन विभाग, स्थापना, नगर निगम के सभी जोन कार्यालय, स्वास्थ्य विभाग, स्वच्छ भारत मिशन, सामुदायिक भवन, निगम औषधालय, पुस्तकालय, चक्रतीर्थ, मुख्यमंत्री शहरी अधोसरंचना विकास योजना, लोकसेवा गारंटी, सीएम हेल्पलाइन, कंट्रोल रूम और विधि विभाग का प्रभारी अपर आयुक्त मनोज पाठक को बनाया गया है।
ये सारे नगर निगम में क्रीम विभाग माने जाते है। अपर आयुक्त मनोज पाठक को इन विभागों में 20 लाख रुपए तक के कार्यो वित्तीय प्रशासकीय स्वीकृति व भुगतान के अधिकार होंगे।
अपर आयुक्त राधेश्याम मंडलोई के पास राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, प्रकाश विभाग, आईटी सेल, रैन बसेरा, श्रमिक कल्याण सेल, समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन, जनगणना, भूमिहीन व्यक्तियों को पट्टा वितरण, दीनदयाल रसोई योजना, निर्वाचन शाखा, कपिला गौशाला, आवारा पशु से संबंधित विभागों का प्रभारी बनाया गया है।
ये सारे वो विभाग है जो जनता से सीधे जुड़े हुए है और इनके प्रभारी को ज्यादा अलर्ट रहना होता है। जरा चूके कि सीएम हेल्पलाईन, जनसुनवाई में शिकायत का सामना करना पड़ता है। कुल जमा कहानी ये कि इन विभागों के प्रभारी के पल्ले बुराई ज्यादा पड़ती है, भलाई कम।
अपर आयुक्त वित्त आदित्य नागर को निगम सचिव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, राजस्व संपत्तिकर, स्टोर, उद्यान व तरणताल, जनसंपर्क व शिक्षा, शहरी गरीबी उपशमन प्रकोष्ठ, लोक सूचना, सिंहस्थ 2016 सेल के अलावा उज्जैन सिटी बस कंपनी के सीईओ का चार्ज दिया गया है।