उज्जैन, अग्निपथ। आगर रोड स्थित गणेश जीनिंग मिल की बेशकीमती जमीन को उद्योग विभाग को सौंपा जाएगा। उद्योग विभाग इस जमीन पर ऐसे उद्योगों का क्लस्टर बनाएगा जो शहरी क्षेत्र में संभव हो और जिनसे प्रदूषण की समस्या न हो।
आगर रोड की गणेश जीनिंग मिल की करीब 3 हेक्टेयर जमीन पर जिला प्रशासन ने 13 अक्टूबर को ही कब्जा लेने की कार्यवाही की है। हरियाणा में रहने वाले योगेश कुमार गुप्ता ने इस जमीन पर अपना आधिपत्य दर्शा रखा था। न्यायालय में लंबी लड़ाई के बाद प्रशासन यह साबित करने में सफल रहा था कि गणेश जीनिंग मिल की जमीन सरकारी है।
न्यायालय के आदेश पर जमीन पर कब्जा लेकर इसे अतिक्रमण मुक्त कराया गया। अब कलेक्टर चाहते है कि यह जमींन उद्योग विभाग को सौंप दी जाए और यहां छोटी श्रेणी के बिना प्रदूषण वाले उद्योगों का क्लस्टर तैयार हो सके। गणेश जीनिंग मिल की जमीन की वर्तमान कीमत करीब 130 करोड़ रूपए है।
गुरूवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने उद्योग संवर्धन और प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में ली गई एक बैठक में उद्योग विभाग के महाप्रबंधक को क्लस्टर की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए है। इसी बैठक में यह भी तय हुआ है कि जनवरी महीने से आईटीआई पास आउट होने वाले छात्रों को उज्जैन के उद्योगों में स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी।
जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र की एमएसएमई प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत विकास अनुदान के 19 में से 11 प्रकरणों में करीब 16 करोड़ रूपए अनुदान जारी करने की भी मंजूरी मिली है। यह रकम एमएसएमई श्रेणी के उद्योगों को चार वर्षो में प्रदान की जाएगी।