उज्जैन, अग्निपथ। अग्रवाल पंचायत न्यास के खिलाफ एक वाद व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 2 के समक्ष प्रस्तुत कर आगामी चुनाव पर रोक लगाने एवं ट्रस्टियों द्वारा की गई अनियमितता को मुख्य आधार बनाकर प्रस्तुत किया गया है।
इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत गुप्ता ने बताया कि समाज के ट्रस्टीयों द्वारा बाइलॉज के विरुद्ध कार्य किए जा कर लाखों रुपए की हेराफेरी की गई है। अग्रवाल पंचायत न्यास के वर्ष 2014 और वर्तमान ट्रस्टी यों के खिलाफ न्यायालय में वाद दायर किया है।
उपरोक्त वाद में आरोप लगाया कि कुंभ 2016 में समाज के बड़े उद्योगपतियों आदि के द्वारा प्याऊ आदि कार्य हेतु लाखों रुपए की धनराशि दान एवं चंदा दिया था। इसका अभी तक कोई भी हिसाब किताब प्रस्तुत नहीं किया गया है इसके अलावा मोदी की गली मैं स्थित धर्मशाला का निर्माण वर्ष 2015 में किया गया था, इसमें भी भारी अनियमितता की जाकर समाज के लोगों को कोई जानकारी नहीं दी गई वही ट्रस्टी यों द्वारा समाज एवं जनहित में स्कूल चिकित्सालय एवं गरीब वर्गों के लिए आवास जैसे कोई भी मानवीय कार्य नहीं किए गए।
अग्रवाल पंचायत न्यास के चुनाव 9 जनवरी 2022 को होना है इसमें समाज के लगभग 15 सौ से अधिक मतदाता 5 ट्रस्टीयों को चुनेंगे। 23 दिसंबर को फार्मो की जांच पूर्ण कर ली गई। 26 दिसंबर को नाम की वापसी के बाद 27 दिसंबर को चुनाव चिन्ह का वितरण किया जाकर 9 जनवरी को मतदान कराया जाएगा।
अग्रवाल पंचायत ट्रस्टी का कार्यकाल पिछले वर्ष सर्वसम्मति से 6 वर्ष कर दिया गया इस बार 5 पदों के लिए चुनाव होना है। इस चुनाव में तीन प्रमुख गुटों द्वारा पूरी ताकत के साथ चुनाव लडऩे हेतु भारी मशक्कत की जा रही है। बार ट्रस्टी बनने हेतु पूर्व ट्रस्टीयों के अलावा अन्य प्रमुख लोगों की दावेदारी से चुनाव बहुत ही रोचक हो गया है।