झाबुआ, अग्निपथ। भाजयुमो द्वारा 24 दिसंबर, शुक्रवार को दोपहर में शहर के वाहन रैली निकाली गई। वाहन रैली के शहर के राजगढ़ नाका पर पहुंचने से पूर्व भाजपा पार्टी का शर्मशार करने वाले दो दृश्य देखने को मिले।
दरअसरल झाबुआ के राजगढ़ नाका पर भाजपा के जनक कहे वाले पं. दीनदयाल उपाध्याय की आदमकद प्रतिमा चौक पर रोटरी में स्थापित है, चूंकि भाजयुमो की इस वाहन रैली के माध्यम से जिले के वरिष्ठ भाजपा नेताओं और पदाधिकारियो को पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करना था। इस प्रतिमा पर अत्यधिक धूल जमी होने से प्रतिमा की ताबड़तोड़ सफाई करवाई गई। इसके लिए एक बच्चे को 10 रुपए देकर भाजपाइयों ने भाजपा के जनक पं. उपाध्याय की प्रतिमा की साफ करवाकर उस पर पॉलिश करवाई।
बालक करीब 15-20 मिनट तक दोपहर की कड़ी धूप में प्रतिमा को चमकाने में लगा हुआ था। वहीं चौक पर रोटरी के पास खड़े कुछ भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों, जिसमें भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य के साथ कुछ अन्य भाजपाई खड़े-खड़े हंसी ठिठोली करने एवं मटरगस्ती करने में लगे हुए थे।
शर्म करो भाजपा नेता- संगठन पदाधिकारी
पहली तस्वीर में साफ दिख रहा है एक ओर कड़ी धूप में बालक पं. उपाध्याय की प्रतिमा की पॉलिश कर रहा है तो दूसरी तस्वीर में प्रतिमा के पास ही भाजपाई खड़े-खड़े यह देखकर भी अनजान बने हुए हंसी-ठिठोले कर रहे हैं। भाजपा जैसी अनुशासित पार्टी को शर्मशार करने वाली यह दो तस्वीरे हैं। उन्हें इस बच्चे पर जरा-सी भी दया नहीं आई। नेता और पदाधिकारी दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर जयंती और पुण्यतिथि पर वीआईपी गाडिय़ों में आकर केवल माल्यार्पण और जयघोष लगाने तक ही सीमित रहते हैं। जमीनी स्तर पर उनकी पार्टी और पार्टी को गडऩे वाले जन-नायकों के प्रति आस्था और समपर्णता शून्य बराबर होती है।