बिना एंट्री धड़ाधड़ कटते रहे 100 रु. प्रोटोकाल टिकट
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में नववर्ष के आगमन को लेकर भगवान महाकाल के दर्शनों के लिए श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। रविवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को पहुंचे। लेकिन कोरोना संक्रमण के इस दौर में न तो मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और न ही गर्भगृह की 1500 की टिकट पर रोक लगाई गई है। मंदिर में भीड़ का रैलमपेल ऐसा चला कि जिसको जहां से मौका मिला उसने पैसा कमाया। प्रशासक ने काउंटरकर्मी को हटाया, समिति सदस्य की प्रोटोकाल टिकट बैन की और नंदीहाल निरीक्षक को पैसा लेते देख फटकार लगाई।
उज्जैन में दिन-प्रतिदिन कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है। इसको लेकर जहां शासन प्रशासन चिंतित हो गया है। वहीं महाकालेश्वर मंदिर में देश सहित विदेश से ऐसे श्रद्धालुओं का भी प्रवेश हो रहा है जोकि कहीं न कहीं कोरोना संक्रमित होंगे। ऐसे में मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग तो पूरी तरह से नदारद नजर आ रही है।
श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक है कि वे एक दूसरे से सटकर भगवान महाकाल के दर्शन कर रहे हैं। सबसे खराब हालत मंदिर के गर्भगृह में देखी जा रही है। यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु बिना मॉस्क लगाए 1500 रुपए की गर्भगृह प्रवेश रसीद लेकर भगवान का जलाभिषेक करने के लिए जुट रहे हैं।
इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सुबह 6 से लेकर दोपहर 2 बजे तक 4.50 लाख रुपए की 1500 की टिकट कट चुकी थी। ऐसे में कोरोना फैलने का पूरा अंदेशा बना हुआ है। गर्भगृह से मंदिर प्रशासन को दर्शन पूरी तरह से बंद करना होंगे। जब तक कि मंदिर में भीड़ का आगमन सामान्य नहीं हो जाता।
100 रुपए की टिकट बिना एंट्री कटी
मंदिर में प्रोटोकाल टिकट विशेष श्रद्धालुओं के लिए होती है। लेकिन लगता है कि भीड़ के इस रेलमपेल में हर किसी को 100 रुपए की टिकट उपलब्ध हो रही है। जानकारी लगी है कि भीड़ के भार को देखते हुए काउंटरकर्मियों ने बिना एंट्री किए ही 100 रुपए की टिकट श्रद्धालुओं को दी। इसके साथ दी जाने वाली पर्ची को एक ओर रख दिया गया। मंदिर के अस्थाई व्हीलचेयर कर्मचारी और अन्य घूमने वाले भी इसका फायदा उठाकर श्रद्धालुओं से माल कमाते दिखाई दिए।
समिति सदस्य की प्रोटोकाल टिकट बैन
जानकारी मिली है कि शाम के समय मंदिर समिति सदस्य दीपक मित्तल के कुछ श्रद्धालुओं ने 4 नंबर गेट स्थित 250 रुपए टिकट काउंटर से 6-7 टिकट खरीद लिए थे। लेकिन समिति सदस्य श्री मित्तल कुछ ही देर बाद 100 रुपए की प्रोटोकाल टिकट लेकर आ गए। उन्होंने काउंटरकर्मी उमेश जोशी को 250 रुपए टिकट वापस लौटा दिए। जानकारी लगने पर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने काउंटरकर्मी श्री जोशी को वहां से हटा दिया और समिति सदस्य की प्रोटोकाल टिकट बैन कर दी।
नंदीहाल निरीक्षक को पैसा लेते देख बुलाया
प्रशासक श्री धाकड़ द्वारा कंट्रोल रूम से निरीक्षण के दौरान देखा गया कि नंदीहाल निरीक्षक मुकेश गुजराती श्रद्धालुओं से बार बार कुछ ले रहा है। यह देखकर उन्होंने उसे और चांदीगेट निरीक्षक राकेश श्रीवास्तव को बुलाया और दोनों को ही समझाइश देकर इस प्रकार का कृत्य करने को मना किया।