उज्जैन, अग्निपथ। दूसरी मंजिल पर बने फ्लैट की गैलरी से गिरे वृद्ध की मौत के बाद परिजन जनाजा उठाने की तैयारी कर रहा था। हादसे की सूचना पर पुलिस पहुंच गई और शव पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल लाया गया।
शहीद पार्क पर मंसूरी का पलेक्स की दूसरी मंजिल पर बने लैट में रहने वाला मोहम्मद युनुस पिता मोहम्मद युसुफ (55) रविवार रात गैलेरी से जमीन पर आ गिरा था। सिर में गंभीर चोट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों ने घटना के बाद रिश्तेदारों को सूचना दी और जनाजा उठाने की तैयारी शुरु कर दी। आसपास के लोगों ने बिना पुलिस को सूचना दिये रात में दफनाने की तैयारी देखी तो माधवनगर थाने पर जानकारी दी।
पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से पूछताछ कर मामला संदिग्ध होने पर शव का पोस्टमार्टम कराने को कहा। पहले परिजनों ने इंकार कर दिया, लेकिन बाद में समझाईश के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल लाया गया। देर रात पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर सोमवार सुबह पोस्टमार्टम कराया। इस दौरान परिजनों ने बताया कि मोहम्मद युनुस को सांस की बीमारी थी। गैलेरी में खड़े होने के दौरान सांस फूलने से उनका संतुलन बिगड़ गया था। वह रजाई-गादी भरने का काम करते थे और चार बच्चों के पिता थे।
डेढ़ किलो गांजे के साथ पकड़ाया अधेड़ एक्टिवा की डिक्की में छुपा रखा था
उज्जैन, अग्निपथ। एक्टिवा की डिक्की में गांजा छुपाकर डिलेवरी देने आये अधेड़ को पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा है, जिसे पूछताछ के लिये न्यायालय में पेश कर 2 दिन की रिमांड पर लिया गया है।
तराना टीआई संजय मंडलोई को मुखबीर से सूचना मिली थी कि महिदपुररोड की ओर से एक्टिवा क्रमांक एमपी 13 ईएफ 9584 से एक अधेड़ गांजे की डिलेवरी देने शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय की ओर आ रहा है। गांजा तस्करी को पकडऩे के लिये एक टीम रवाना की गई। कुछ देर बाद एक्टिवा पर सवार होकर एक अधेड़ विद्यालय के पास आकर रुका। जिसकी एक्टिवा का नम्बर चैक करने पर मुखबीर द्वारा बताया जाना सामने आया। अधेड़ को हिरासत में लिया गया और एक्टिवा की डिक्की खोलकर देगी गई तो उसमें से थैली बरामद हुई।
जिसमें 1 किलो 600 ग्राम गांजा भरा था। अधेड़ को थाने लाकर पूछताछ करने पर उसका नाम छोटू पिता नजर मोह मद (51) निवासी तराना होना सामने आया। मामले में एनडीपीएस एक्ट 8/20 का प्रकरण दर्ज करते हुए न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिये 2 दिनों की रिमांड पर लिया गया है। टीआई मंडलोई के अनुसार गांजा तस्कर को पकडऩे में एसआई बीएल चौधरी, एएसआई लोकेन्द्रसिंह जादौन, प्रधान आरक्षक मानसिंह, आरक्षक आदिराम, संतोष और राज सोनी की भूमिका रही है।