बिजली उपकरण खरीदी में घोटाला: तीन गुना ज्यादा राशि पर की खरीदी, पंद्रहवें वित्त आयोग की राशि से कर दिया भुगतान

नगर परिषद के कर्मचारियो का कमाल, जिम्मेदारों ने साधी चुप्पी

सुसनेर, (मंजूर मोहमद कुरैशी) अग्निपथ। अक्टूबर 2021 में नगर परिषद के द्वारा बाजार कीमत से अधिक मूल्य पर विद्युत उपकरण एवं सामग्री की खरीदी कर पन्द्रहवें वित्त आयोग से मिली राशि से उसका भुगतान भी कर दिया गया। मामला सामने आने पर जिम्मेदार यह स्वीकार कर रहे है कि पन्द्रह वित्त आयोग की राशि से विद्युत सामग्री खरीदना नियमानुसार गलत है। और मामले की जांच की जाएगी।

मामले को उजागर हुए लगभग एक महीना होने को है लेकिन जांच के नाम पर केवल बात ही की जा रही है। प्रावधानों के अनुसार पन्द्रहवें वित्त आयोग से मिली राशि का उपयोग निर्माण कार्य और स्वच्छता सम्बन्धी कार्यो में ही किया जा सकता है। नगर परिषद ने सूर्या कंपनी की एलईडी जो कि बाजार में एक नग 500 से 600 रूपयें में उपलब्ध हैं उसे 3180 रूपये में खरीदा हैं।

यही नहीं नवरात्र पर खरीदी गई एलईडी लाईट अभी तक नगर में उजाला नहीं फैला पाई हैं। खास बात यह हैं कि जिन फर्मो से ये खरीदी गई हैं उन्होनें अपने बिलों में एलईडी की कंपनी का ब्योरा भी नही दिया है, जिससे खरीदी के गडबडझाले का खुलासा हो जाए तो सप्लाई की गई एलईडी की कंपनी उन पर कोई सवाल ना उठा सकें।

जानकारी के अनुसार नवरात्र एवं दीपावली पर नगर की सडक़ों पर रोशनी करने के लिए परिषद ने 12 लाख 96 हजार 800 रूपयें में विस्टा केयर इंडिया भोपाल एवं जेईएम इंडिया सीएचपी छतरपुर से 170 एलईडी की खरीदी के लिए 7 अक्टूबर को एक प्रस्ताव तैयार किया। जिसमें 30 वॉट एलईडी लेंप 150 नग, 200 वॉट एलईडी लेंप 10 नग, 45 वॉट एलईडी लेंबर 150 नग क्रय किए जाने की स्वीकृति प्रदान की। इसमें 45 वॉट की एलईडी 150 नग खरीदने का प्रस्ताव था किन्तु 100 नग खरीदी गई।

इस संबध में रीतु ट्रेडर्स मोडी सुर्या कंपनी के जिला डिस्टब्यूटर गोवर्धन रातडिया के अनुसार परिषद ने सूर्या कंपनी की एलईडी की खरीदी की हैं जिसका में जिले का डिस्ट्रिब्यूटर हूं। जो एलईडी की खरीदी की गई वहीं बाजार में खरीदे गए दाम से बहुत कम दाम पर उपलब्ध है।

4 से 5 गुना अधिक दाम पर की गई खरीदी

विस्टा केयर इंडिया भोपाल से 30 वॉट एलईडी लेंप 150 प्रतिनग 3180 कुल जीएसटी सहित 477000 रूपयें दिए गए जबकि इसी लेंप की बाजार में एक नग कीमत 500 से 600 रूपयें हैं। इसी कंपनी से 200 वॉट एलईडी लेंप 10 नग के लिए प्रतिनग 33 हजार रूपयें कुल जीएसटी सहित 3 लाख 30 हजार 000 रूपयें परिषद ने दिए हैं जबकि बाजार में यह 5 से 6 हजार रूपयें प्रति नग में उपलब्ध हैं। जेईएम इंडिया सीएचपी छतरपुर से 45 वॉट एलईडी लेंप 100 नग एक प्रतिनग के लिए 4898 रूपयें में कुल जीएसटी सहित 4,89,800 रूपयें दिए गए हैं जबकि यह बाजार में 900 से 1200 रूपयें उपलब्ध हैं। इस पूरी खरीदी में अधिकारियों ने परिषद को लाखों का चूना लगाया है।

एक माह पूर्व ही 5 लाख की खरीदी की थी

इस खरीदी से एक माह पूर्व ही परिषद ने 5 लाख रूपयें की स्ट्रीट लाईट के लेंप की खरीदी की थी तो आखिर एक माह बाद ही ऐसी क्या जरूरत पड़ गई कि इतनी बड़ी खरीदी कर ली गई। जबकि परिषद की आर्थिक स्थिति यह है कि कर्मचारियों को मासिक वेतन भी नहीं दिया जा रहा है।

जांच कराएंगे

नगर परिषद के द्वारा विद्युत सामग्री खरीदी का भुगतान अगर पन्द्रह वित्त आयोग से मिली राशि से किया गया है तो नियमानुसार यह गलत है। आपके द्वारा मुझे इस बात की जानकारी मिली है। मामले की जांच करवाई जाएगी। जांच में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर नियमानुसार कारवाई भी की जाएगी। – सोहन कनास, एसडीएम एवं प्रशासक नगर परिषद सुसनेर

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