उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन-आगर- झालावाड़ रेल लाईन का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। केंद्र सरकार इस लाईन के सर्वे के लिए मंजूरी दे चुकी है, सर्वे का बजट भी स्वीकृत हो चुका है। अब उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया ने कोटा मंडल के डीआरएम से पूछा है कि उज्जैन-झालावाड़ रेल लाईन की सर्वे रिपोर्ट किस स्थिति में है, बताया जाए।
दरअसल, 19 जनवरी को कोटा मंडल के अधीन क्षेत्रों से जुड़े सांसदों की डीआरएम के साथ एक बैठक होना है। उज्जैन लोकसभा क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा कोटा मंडल के क्षेत्र में आता है, लिहाजा सांसद अनिल फिरोजिया को भी इस बैठक में आमंत्रित किया गया है।
बैठक से पहले उज्जैन संसदीय क्षेत्र से जुड़े मुद्दे कार्यसूची में शामिल कराने को लेकर सांसद फिरोजिया ने कोटा डीआरएम पंकज शर्मा को एक पत्र लिखा है। इसी पत्र में उज्जैन-झालावाड़ रेल लाइन की जानकारी मांगी गई है। इसके अलावा सांसद फिरोजिया ने विक्रमगढ़ आलोट व महिदपुर रोड रेलवे स्टेशन पर शेड विस्तार, बैठने के लिए कुर्सियां व प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाने की भी मांग रखी है।
सांसद ने रखी ये भी मांगे
- कोटा-उज्जैन-नागपुर के बीच प्रतिदिन नई ट्रेन चलाई जाए।
- कोटा-नागदा ट्रेन का रतलाम तक विस्तार किया जाए।
- रतलाम-मथुरा के बीच संचालित मेमू को पुन: चालू किया जाए।
- बांद्रा-जबलपुर के बीच चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन को सप्ताह में तीन दिन किया जाए।
- विक्रमगढ़-आलोट जैन तीर्थ नागेश्वर पाश्र्वनाथ का नजदीकी स्टेशन है, लिहाजा महत्वपूर्ण ट्रेनों के यहां स्टापेज बढ़ाए जाए।
- इंदौर-नईदिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस को राजस्थान के श्रीमहावीर जी स्टेशन पर पुन: स्टापेज दिया जाए।
- कोटा-नागदा मेमू ट्रेन को रोहलखुर्द स्टेशन पर भी स्टापेज दिया जाए।