उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार की शाम को मंदिर के एक सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने मंदिर प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए एकसाथ 40 श्रद्धालुओं को बिना टिकट गणपति मंडपम की पहली रैलिंग से दर्शन के लिए गार्ड पर दबाव बनाया। वह नहीं माना तो उसको धकिया कर प्रवेश करवा दिया। गार्ड ने इसकी लिखित शिकायत प्रशासक को की है। मामले में प्रशासक का कहना है कि कार्रवाई की जाएगी।
शुक्रवार की शाम को 5 से 5.30 बजे के बीच सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरपी गेहलोत ने जनरल लाइन से आए 40 के लगभग श्रद्धालुओं को नंदीहाल काउंटर के पास से विपरीत दिशा में प्रवेश कराने का प्रयास किया। इस दौरान वहां पर तैनात गार्ड ने इसका विरोध किया।
लेकिन उसको अपने अधिकारों का रूवाब दिखाकर और धकिया कर इन श्रद्धालुओं को गणपति मंडपम की पहली रैलिंग से प्रवेश करा दिया। गार्ड ने यह होता देखकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। गार्डों ने इसकी प्रशासक को इसकी लिखित शिकायत की है।
100-250 रुपए की टिकट नहीं ली
जिन श्रद्धालुओं को सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने प्रवेश कराया था वह जनरल लाइन से आए हुए थे। उनके पास 100 रुपए का प्रोटोकाल टिकट तक नहीं था। जबकि मंदिर प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार पहली रैलिंग में केवल 100 और 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट धारी ही प्रवेश कर सकते हैं। ऐसे में मंदिर को सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने चपत तो लगाई ही, अपने अधिकारों का भी दुरुपयोग किया।
सीसीटीवी फुटेज में मामला दर्ज
मामले की जानकारी हालांकि मंदिर प्रशासक को भी हो गई थी। यदि उक्त अवधि के दौरान की सीसीटीवी फुटेज निकाली जाए तो मामले की हकीकत पर से पर्दा उठ सकता है।
इनका कहना है
मेरी जानकारी में 40 श्रद्धालुओं को अनाधिकृत प्रवेश कराने का मामला आया है। कोई भी हो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। – गणेश कुमार धाकड़, प्रशासक श्री महाकालेश्वर मंदिर
सहायक प्रशासक सिंघी का तबादला
महाकालेश्वर मंदिर की तेजतर्रार सहायक प्रशासक और तहसीलदार पूर्णिमा सिंघी का उज्जैन से इंदौर तबादला सहायक आयुक्त लिटिगेशन पद पर हो गया है। शुक्रवार को जारी तहसीलदारों की तबादला सूची में उनका नाम इंद्राज था।