उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम में अधिकारियों के बीच एक बार फिर से जंग शुरू हो गई है। ग्रांड होटल परिसर में नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता पर सार्वजनिक रूप से नाराजगी जाहिर करने वाले अपर आयुक्त राधेश्याम मंडलोई को अब आयुक्त ने नगर निगम के अधिकांश व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया है। 3 दिन पहले उन्हें ग्रांड होटल परिसर में आवंटित आवास भी वापस ले लिया गया था। आयुक्त और अपर आयुक्त के बीच छिड़ी यह जंग जल्द ही न्यायालयीन विवाद में भी तब्दील होने वाली है।
नगर निगम के परिसर में अधिकारियों के बीच खींचतान कोई बात नहीं है। इससे पहले पूर्व आयुक्त क्षितिज सिंघल और अपर आयुक्त एस.एन. मिश्रा के बीच भी इसी तरह का विवाद रहा है। यह विवाद भोपाल तक भी पहुंचा था। अब वर्तमान आयुक्त अंशुल गुप्ता और अपर आयुक्त राधेश्याम मंडलोई आमने-सामने है।
ग्रांड होटल परिसर में कुछ दिन पहले अपर आयुक्त मंडलोई ने सार्वजनिक रूप से आयुक्त गुप्ता की खिंचाई कर दी थी। आयुक्त ने तत्काल तो कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की लेकिन बाद में उन्होंने चुन-चुन कर बदला लेना शुरू कर दिया। पहले अपर आयुक्त राधेश्याम मंडलोई के पास वाले महत्वपूर्ण प्रभार बदलकर उन्हें लूप लाइन के विभाग सौंप दिए। छुट्टियों को लेकर खिंचाई की।
दिसंबर महीने में ही आवंटित ग्रांड होटल परिसर के आवास का आवंटन निरस्त कर दिया और अब उन्हें नगर निगम के कई सारे व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया गया है। अपर आयुक्त राधेश्याम मंडलोई ने बताया कि पिता का लंबे वक्त तक स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण छुट्टी ली थी। इसके बाद जो घटनाक्रम हुए वे विभागीय है, उनके बारे में ज्यादा कुछ कहना ठीक नहीं होगा। नगर निगम से जुड़े सूत्र बताते हैं कि अपर आयुक्त राधेश्याम मंडलोई नगरनिगम में अपने साथ हो रहे व्यवहार के खिलाफ जल्द ही कोर्ट में दस्तक दे सकते हैं।