सरकारी दफ्तरों में जिम्मेदार ही नहीं कर रहे गाइडलाइन का पालन
महिदपुर ( विजय चौधरी), अग्निपथ। आखिर जिस बात को लेकर क्षेत्र में भय था, वह हकीकत में घटित हो ही गई। शुक्रवार देर रात्रि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उज्जैन द्वारा जारी कोरोना बुलेटिन में महिदपुर ब्लॉक से 10 लोग कोरोना पॉजीटिव निकले। जिसमें एक रतलाम जिले के कसारी गांव का भी शामिल है।
1 माह से देश भर में कोरोना की तीसरी लहर ओमीक्रोन के रूप में निरंतर पैर पसार रही थी। इसको रोकने के लिओए शासन प्रशासन द्वारा नित नए दिशा निर्देश जारी किए जाते रहे, लेकिन महिदपुर जैसे क्षेत्र में जमीनी स्तर पर शासन प्रशासन के निर्णय व दिशानिर्देशों का बिल्कुल भी पालन होता दिखाई नहीं दे रहा था। यहां तक कि इन दिशा निर्देशों का पालन कराने की जिम्मेदारी जिन विभागों पर है उनमें शासकीय चिकित्सालय के स्वास्थ्य अमले को छोडक़र शेष किसी भी शासकीय कार्यालय तहसील कार्यालय, पुलिस विभाग, जनपद पंचायत, नगर पालिका, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, बैंकों आदि विभागों में न तो मास्क का उपयोग दिखाई दिया, न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन। यहां तक कि शुक्रवार को तहसील में एक साथ 10 कोरोना पॉजीटिव मामले आने के बावजूद शनिवार को जमीनी स्तर पर प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी न तो समझाइश देने निकले और न ही प्रशासन की ओर से किसी तरह का रोको टोको अभियान या ध्वनि विस्तारक यंत्र द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की अपील की गई। ऐसे में महिदपुर में कोरोना की तीसरी लहर का आना तय था, जिसका शुक्रवार को आगाज हो ही गया।
इन गांव में निकले पॉजिटिव केस
शासकीय चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रतिदिन 250 से 300 मरीजों के सेंपल एकत्रित कर कोरोना जांच हेतु भेजे जा रहे हैं। 6 जनवरी को लिए गए नमूनों में से ब्लॉक के बरुखेडी, कोयल, बपैया, माधोपुरा, इटावा में 1-1 व खेड़ाखजुरिया और राघवी में दो-दो मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई। जिन्हें स्वास्थ्य एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीमों द्वारा होम क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है।
शासकीय चिकित्सालय महिदपुर में किए पर्याप्त प्रबंध
वैश्विक जानलेवा महामारी कोरोना की तीसरी लहर के आगमन को देखते हुए शासकीय चिकित्सालय महिदपुर में कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं। मेडिकल ऑफिसर डॉ. एमएस रामपुरे ने बताया कि शासकीय चिकित्सालय में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए फिलहाल 20 बेड की सुविधा का प्रबंध किया गया है।
साथ ही पर्याप्त मात्रा में भरे हुए ऑक्सीजन सिलेंडर एवं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन तैयार है। उन्होंने बताया कि कोरोना मरीजों को पहले होम क्वारेंटाइन किया जाएगा, उसके बाद यदि आवश्यक हुआ तो शासकीय चिकित्सालय में भर्ती किया जाएगा।