कायथा, अग्निपथ। कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच स्वास्थ्य विभाग की गैर जिम्मेदाराना रवैये से बगैर सैंपल लिए ही महिलाओं को कोरोना पॉजीटिव होने की रिपोर्ट भेज दी। जब महिलाओं कोरोना होने की जानकारी लगी उनके होश उड़ गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 7 जनवरी को स्वस्थ विभाग द्वारा कायथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना वायरस के प्रारंभिक लक्ष्ण वाले 100 मरीजों को सैंपल लेने का टारगेट रखा गया था। इसमें विभाग द्वारा लापरवाही बरतते हुए टारगेट पूरा करने के लिए आनन-फानन में किसी के सैंपल लिए बगैर ही स्वास्थ्य केंद्र में किसी और कार्य से आई महिलाओं के नाम और मोबाइल नंबर लेकर उनके नाम सैंपल में डाल दिए। 10 जनवरी को जब महिलाओं को रिपोर्ट प्राप्त हुई उनके होश उड़ गए।
अपनी आपबीती बताते हुए पॉजीटिव आई महिला दुर्गा पति गंगाराम ने बताया कि मैं अपनी बहू को डॉक्टर को दिखाने गई थी। अस्पताल के अंदर मैं गई भी नहीं और न ही कोई सैंपल दिया। मेरा नाम जरूर पूछा था। सोमवार को मेरी कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव बता दी। एक अन्य महिला किरण पति मुकेश ने बताया कि मैं अपनी बालिका को दिखाना स्वास्थ्य केंद्र गई थी। वहां कोरोना की जांच के लिए न तो मुंह में कोई डंडी वगैरह डाली और न सैंपल लिया। मेरा नाम पता जरूर पूछा था उसके बाद मैं घर आ गई। 10 जनवरी को मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई जो कि सरासर गलत है।
वही तीन और महिलाओं आशा, सपना और सरिता ने आरोप लगाया कि बगैर किसी जांच और सैंपल के ही हमें मोबाइल पर कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव के मैसेज भेज दिए। कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही को लेकर महिलाओं के परिजनों में आक्रोश है। साथ ही स्वास्थय विभाग की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं।
इनका कहना
महिलाओं को कोरोना रिपोर्ट को लेकर कोई असमंजस है। उनकी फिर से जांच करवाकर स्थिति स्पष्ट करवा देंगे। – सोनम भगत, नायब तहसीलदार, तराना