प्रदेश अध्यक्ष बोले-चुनाव कराओ या अधिकार लौटाओ नहीं तो भोपाल में डेरा डालो-घेरा डालो आंदोलन होगा
उज्जैन। प्रदेश सरकार ने पंचायत चुनाव तो स्थगित कर दिये हैं लेकिन पंचायती राज जनप्रतिनिधियों को उनके अधिकार नहीं लौटाये हैं। इसका विरोध पूरे प्रदेश में शुरू हो गया है और इसकी कमान संभाली है मध्यप्रदेश कांग्रेस पंचायत प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डीपी धाकड़ ने। 13 जनवरी को पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ उज्जैन में प्रदर्शन किया और सरकार चेतावनी दी कि प्रदेश में पंचायत चुनाव कराओ या जनप्रतिनिधियों को उनके अधिकार लौटाओ, नहीं तो हम भोपाल में डेरा डालो- घेरा डालो आंदोलन करेंगे।
गुरुवार को उज्जैन जिला पंचायत में जिले के पंचायत जनप्रतिनिधि एकत्रित हुये और शासन की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्टोरेट पहुंचे। यहां पर उन्होंने एडीएम संतोष टेगौर को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन दिया। ज्ञापन देते वक्त जिला पंचायत अध्यक्ष करण कुमारिया, जिला पंचायत सदस्य भरत मालवीय, सरपंच संघ के संभागीय अध्यक्ष व ढाबला रेहवारी पंचायत के सरपंच मुकेश पटेल, सरपंचगण महेंद्रसिंह बकानिया, ईश्वर कटारिया सुरसा, कमल सिंह बडोदिया, दुलीचंद राजोरिया, नगजी परमार, कैलाश कटारिया, जगदीश गुर्जर सहित काफी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।
हाल ही में प्रदेश सरकार ने पंचायत चुनाव स्थगित करने के बाद पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों अधिकार नहीं लौटाये हैं। शासन के इस मनमाने निर्णय के खिलाफ डीपी धाकड़ पूरे प्रदेश में जनप्रतिनिधियों के अधिकारों को लेकर आंदोलन छेड़े हुए हैं।रतलाम जिला पंचायत के उपाध्यक्ष और प्रदेश के किसान नेता डीपी धाकड़ पंचायत जनप्रतिनधियों के अधिकार के लिए बरसो से लड़ाइयां लड़ रहे हैं। वे पहले भी पूरे प्रदेश के पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों को एकजुट कर भोपाल से लेकर दिल्ली तक पंचायती राज जनप्रतिनिधियों की आवाज बुलंद कर चुके हैं।