गुफा परिसर में ही पीर योगी महंत श्री रामनाथ महाराज के सानिध्य में दी गई समाधि
उज्जैन, अग्निपथ। भर्तृहरि गुफा के पुजारी योगी गंगानाथ महाराज गुरु शेरनाथ गुरुवार की तडक़े 4 बजे ब्रह्म मुहूर्त में ब्रह्मलीन हो गए। वे 70 वर्ष के थे तथा नाथ सम्प्रदाय के 12 पंथ में सतनाथ पंथ से आते थे। भर्तृहरि गुफा के पीर योगी महंत श्री रामनाथ महाराज के सानिध्य में नाथ सम्प्रदाय के साधु-संतों व भक्तों ने उन्हें शाम 4 बजे परंपरा अनुसार परिसर में ही समाधि दी गई।
पीर योगी महंत श्री रामनाथ महाराज ने बताया कि योगी गंगानाथ भर्तृहरि गुफा में पुजारी का कार्य देखते थे। मूलरूप से तो वे जूनागढ़ के थे लेकिन पिछले 4-5 वर्ष से यहां रह रहे थे। उनके ब्रह्मलीन होने की सूचना उनके गुरु व समस्त संबंधित नाथ सम्प्रदाय के प्रमुख साधु-संतों को दी गई।
कोरोना से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनकी अंतिम यात्रा भी नहीं निकाली गई तथा नियम पालन के साथ नाथ सम्प्रदाय की परंपरा का निर्वहन करते हुए उन्हें समाधि दी गई। इस अवसर पर वाल्मीकि धाम के बालयोगी उमेशनाथ महाराज सहित सम्प्रदाय के कई साधु-संत मौजूद थे।