राज्य सायबर सेल की मदद से रुका अवैध ट्रांजेक्शन
उज्जैन, अग्निपथ। पीडब्ल्यूडी से रिटायर्ड कार्यपालन यंत्री के साथ हुई 4 लाख 29 हजार की ऑनलाइन ठगी में राज्य सायबर सेल ने ट्रांजेक्शन को रोका 3.60 लाख की राशि वापास कराई है। शेष राशि का ट्रांजेक्शन बदमाश द्वारा कर लिया गया था।
महानंदानगर में रहने वाली रिटायर्ड कार्यपालन यंत्री शोभा खन्ना के पास 10 जनवरी को बैंक खाता ब्लाक करने और केवायसी का मैसेज मोबाइल पर आया था। उन्होने मैसेज पर दी गई लिंक को क्लिक कर उसमें केवायसी की जानकारी ारते हुए ओटीपी भी दर्ज कर दिया। कुछ देर बाद उनके खाते से 4 लाख 29 हजार रुपये का ट्रांजेक्शन होने के मैसेज आये।
अपने साथ ऑनलाइन ठगी की शिकायत शोभा खन्ना ने राज्य सायबर सेल पहुंचकर दर्ज कराई। निरीक्षक रीमा कुरील यादव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसआई हरेन्द्रपाल सिंह राठौर और प्रधान आरक्षक कमलाकर उपाध्याय को जांच सौंपी। दोनों ने भारतीय स्टेट बैंक से डिटेल लेकर जांच शुरु की। जिसमें सामने आया कि अवैध ट्रांजेक्शन के लिये गेटवे के माध्यम से किया गया है।
तत्काल कम्पनी से संपर्क कर ट्रांजेक्शन रोका गया और 3 लाख 60 हजार की राशि वापस कराई गई। राज्य सायबर सेल के अनुसार करीब 70 हजार की राशि का ट्रांजेक्शन पेटीएम के माध्यम से शातिर बदमाश द्वारा कर लिया गया था, जिसकी जांच कर बदमाश का पता लगाया जा रहा है।
राज्य सायबर सेल का माना आभार
रिटायर्ड कार्यपालन यंत्री के खाते से की गई ऑनलाइन ठगी में राज्य सायबर सेल की मदद से वापस खाते में आये 3.60 लाख मिलने पर शोभा खन्ना शनिवार दोपहर को राज्य सायबर सेल कार्यालय पहुंची और सभी को मिठाई खिलाकर आभार व्यक्त किया।