रूनिजा (बडऩगर), अग्निपथ। लगातार दो दिन तक शहर से लेकर गांव तक कोहरे ने पूरी तरह से वसुंधरा को अपने आगोश में ले लिया है। जिससे चारों ओर धुंध सी छा गयी है। सडक़ों पर टू व्हीलर से चलने वाले वाहन चालकों को रेनकोट का सहारा लेना पड़ा। जिन लोगों ने बिना रेनकोट के यात्रा की उनके कपड़े पूरी तरह से बारिश की तरह गीले हो गए। पेड़ों से और मकान की छतों से ओस की बूंदे पानी की तरह टपकने लगी। वही घने कोहरे के कारण घरों व प्रतिष्ठानों में बैठे लोगों को गर्म कपड़े व अलाव का सहारा लेना पड़ा।
2 दिन से लगातार गिरते कोहरे व ठंडी हवाओं के चलने से किसानों के चेहरों पर भी चिंता की लकीरें खींची हैं। उक्त मौसम व कोहरे को लेकर क्षेत्र के कृषि मित्र सतीश नागर, रामचंद्र, अनु पाटीदार आदि ने बताया कि ओले गिरने की दहशत से किसान भाई उभरे ही नहीं थे कि कोहरे ने मायूस कर दिया है। 2 दिन से लगातार घना कोहरा छा रहा है। दिन में 11 बजे तक धुंध रहती है। जिससे 50 फीट दूर भी स्पष्ट दिखाई नहीं देता।
घने कोहरे को देखते हुए जिन फसलों में अभी फूल की स्थिति है, उनको काफी नुकसान होने की आशंका है। गेहूं की फसल में जिन किसान भाइयों की फ्लावरिंग स्टेज चल रही हैं। उस में फूल जलने का खतरा अधिक है। जिसे उत्पादन पर काफी असर पड़ सकता है। और अन्य फसलों में भी काफी हानि होने की आशंका है जैसे लहसुन में पत्तियां ऊपर से सूखने लगी हैं। मटर में भी फलियों पर दाग हो गए हैं। कोहरे में खेत पर काम कर पाना मुश्किल हो रहा है। इसे किसान को काफी नुकसान हो रहा है ठंड के कारण मजदूर भी खेतों पर देरी से पहुंच रहे हैं। ठंड में ठीक से काम नही हो पा रहा है। इससे व्यर्थ की मजदूरी ज्यादा लग रही है।