नागदा, अग्निपथ। लगभग दो महीने पहले जारी हुए स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणामों में नागदा नगर पालिका प्रदेश में पहले स्थान पर आई थी। मगर सूचना के अधिकार में नपा में पदस्थ सफाई मित्रों को संख्या को लेकर हुआ खुलासा चौकाने वाला है।
सामाजिक कार्यकर्ता अभय चौपड़ा द्वारा लगाई गई आरटीआई में यह खुलासा हुआ है कि नगर पालिका के पास कुल 347 सफाईकर्मी है, लेकिन उद्योग की कॉलोनियों सहित लगभग 16 वार्ड ऐसे हैं, जहां सफाईकर्मियोंं की ड्यूटी नहीं लगाई जाती है। इसमें से पांच वार्ड वार्ड 29, 30, 31, 34 और 36 जो ग्रेसिम उद्योग के अधीन आती है। इन वार्डों की सफाई व्यवस्था को छोड़ दें तो करीब 11 वार्ड ऐसे हैं जहां के कई क्षेत्र सफाई जैसी व्यवस्था से वंचित है।
सवाल यह भी है जब नगर पालिका के पास शहर के एक तिहाई वार्डों में सफाई करने के लिए कर्मचारी ही नहीं है तो फिर उसे स्वच्छता सर्वेक्षण में राज्य का पहला नबंर आने का तमगा कैसे मिल गया।
इन क्षेत्रों में नहीं होती है सफाई
जानकारी के मुताबिक वार्ड क्रमांक 1 स्थित नंदलाल जोषी के गार्डन के पास, वार्ड क्रमांक 5 स्थित इंद्रा कॉलोनी, वार्ड नंबर 14 के डे-केयर सेंटर के पीछे, सरस्वती षिषु मंदिर से आगे के इलाके में, वार्ड नंबर 15 स्थित आदिनाथ कॉलोनी, नहर के पास का क्षेत्र पुवाडलिया गांव, वार्ड नंबर 16 बिफोर टेलर के पीछे गौशाला क्षेत्र, वार्ड नंबर 19 ममता ऑटो गैरेज से शिव मंदिर तक का क्षेत्र, वार्ड नंबर 20 पाड़ल्याकलां, बेरछा व रत्नयाखेड़ी रोड वाला इलाका, वार्ड नंबर 24 स्थित सुनीर नगर, नर्मदा नगर, गोकुलधाम कॉलोनी, वार्ड नंबर 25 स्थित अमलावदिया रोड, विद्यानगर ट्रांसपोर्ट नगर, वार्ड नंबर 26 इंद्रपुरी कॉलोनी, मारूती गार्डन के पीछे वाला क्षेत्र, पुलिस कॉलोनी, वार्ड नंबर 28 सी-ब्लॉक टापरी क्षेत्र। जहां नगर पालिका ने किसी सफाई मित्र की ड्यूटी नहीं लगा रखी है।