मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने चिड़ावद में सीएम राइज स्कूल का किया भूमि पूजन
देवास, अग्निपथ। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिले की टोंकखुर्द तहसील के ग्राम चिड़ावद में महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा विभिन्न उत्पादन का कार्य किये जाने की सराहना करते हुए कहा कि देवास जिले की महिला स्व-सहायता समूह की बहनों ने एक कदम आगे बढ़ते हुए अब बांस उत्पादन करने का बीड़ा उठाया है। उनका बांस उत्पादन करना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने एक हजार एकड़ जमीन में बांस उत्पादन का कार्य हाथ में लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में प्रदेश की महिला स्व-सहायता समूहों को गणवेश सिलाई का कार्य दिया गया था। इस कार्य को उन्होंने बखूबी करके दिखाया है। देवास जिले की महिला स्व-सहायता समूह की बहनों ने गणवेश सिलाई के कार्य से एक करोड़ रुपये का लाभांश प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि जब बेटा और बेटी बराबर आयेंगे, तभी सृष्टि का चक्र चलेगा।
महिला स्व-सहायता समूह एवं आरटीसन कंपनी के बीच हुआ अनुबंध
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में वन विभाग के सहयोग से महिला स्व-सहायता समूह एवं आरटीसन कंपनी के बीच अनुबंध हुआ। महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं एक हजार एकड़ की भूमि पर बांस के पौधों का उत्पादन करेंगी। आर्टिसन कंपनी 20 वर्ष तक बांस समूह से खरीदेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले साल एक बांस पर 60 रुपये, दूसरे साल 36 रुपये और तीसरे साल 16 रुपये देगी। महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं को प्रति एकड़ एक से डेढ़ लाख रुपये की प्राप्ति होगी। श्री चौहान ने बताया कि देवास जिले के ग्राम खटांबा में महिला समूह द्वारा पोषण आहार का कारखाना भी चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब बड़े ठेकेदारों के खाते में पैसा नहीं जाता है, बल्कि पैसा समूह के खातों में जाता है।
अधिक से अधिक महिला स्व-सहायता समूह बनें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश शासन अधिक से अधिक महिला स्व-सहायता समूह का गठन करना चाहती है। महिलाओं का समूह बनने से निम्न-मध्यम वर्गीय महिलाओं को हर माह एक निश्चित आमदनी प्राप्त हो जाती है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में शासन ने पहल की है। खुद देवास जिले में स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने गणवेश सिलाई का कार्य जो पांच करोड़ 40 लाख का था, उसमें भी एक करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। श्री चौहान ने कहा कि शासन की मंशा है कि हर महिला को कम से कम माह में 10 हजार रुपये की आमदनी प्राप्त हो सके, जिससे वह अपना घर चला सके। श्री चौहान ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूह को अचार, पापड़, बड़ी, मास्क, सेनीटाइजर बनाने का कार्य भी दिया गया था, जिसे उन्होंने पूरा करके दिखाया है।
सीएम राइज स्कूल का किया भूमि पूजन
चिड़ावद में मुख्यमंत्री चौहान ने 16 करोड़ की लागत से बनने वाले सीएम राइज स्कूल के कार्य का भूमि पूजन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस वर्ष प्रदेश में सीएम राइज स्कूल खोल रहे हैं। 25 गांवों के बीच एक सीएम राइज स्कूल होगा। इन स्कूलों में आधुनिक तरीके से शिक्षा देकर बच्चों में गुणवत्ता सुधार किया जायेगा। सीएम राइज स्कूल प्राइवेट स्कूलों से कहीं बेहतर होंगे। स्कूल में लाइब्रेरी, प्रयोगशाला, इंग्लिश एवं हिन्दी से शिक्षा की व्यवस्था, बच्चों के आने-जाने के लिये बस की सुविधा, पर्याप्त स्टाफ रहेगा। यह स्कूल नर्सरी से 12वी कक्षा तक संचालित किया जायेगा।
खेल मैदान की घोषणा
मुख्यमंत्री ने चिड़ावद ग्राम के बच्चों की मांग पर खेल मैदान बनाने की घोषणा की। मौके पर ही उन्होंने कलेक्टर चंद्रमौलि शुक्ला को निर्देश दिये कि वे शीघ्र ही जमीन देखें और मैदान का निर्माण शुरू करवायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी इच्छा है कि बच्चे खेलें-कूदें और शिक्षा ग्रहण करें। ये बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिये बहुत जरूरी है।
लाड़ली लक्ष्मियों को देखकर संतोष का अनुभव होता है
मुख्यमंत्री ने चिड़ावद में कन्या पूजन कर कहा कि 2006 में उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की थी। जिन बच्चियों को गोद में लेकर प्रमाण-पत्र दिये थे, आज वे बच्चियां 11वी एवं 12वी कक्षा में पहुंच चुकी हैं। उन्हें देखकर संतोष का अनुभव होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे हमेशा से लगता था कि बेटियों के साथ भेदभाव क्यों होता है। मेरे मन में यह विचार आया कि जब बेटी पैदा हो तो लखपति हो। इसी सोच के चलते लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। मध्य प्रदेश में अब लगभग 40 लाख बच्चियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिल रहा है। बेटी जब 21 वर्ष की हो जायेगी, तब उन्हें एक लाख रुपये की राशि प्राप्त होगी। श्री चौहान ने कहा कि अब हमने तय किया है कि जब हमारी लाड़लियां कॉलेज में जायेंगी तो उन्हें 25 हजार रुपये अलग से दिये जायेंगे।
सेवा सहकारी समिति बनाने की घोषणा की
मुख्यमंत्री ने ग्राम चिड़ावद में वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आसपास के चार गांवों को लेकर सेवा सहकारी समिति बनाई जायेगी, लेकिन इन गांवों में पहले से मौजूद शासकीय उचित मूल्य दुकानों को बन्द नहीं किया जायेगा।
महिला स्व-सहायता समूह ने विभिन्न उत्पादों की टोकरी भेंट की
महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने अपने द्वारा उत्पादित विभिन्न उत्पादों की टोकरी मुख्यमंत्री चौहान को भेंट की। साथ ही कृषि उत्पादन की टोकरी भी भेंट की गई। मुख्यमंत्री ने उक्त भेंट सहर्ष स्वीकार किया। मौके पर उन्होंने ग्रामीण आजीविका मिशन के हितग्राहियों को लाभांश का वितरण किया। गणवेश बनाने वाले समूह को भी लाभांश का वितरण किया।
मौके पर ही स्ट्रीट वेंडरों को भी 10 हजार रुपये की ऋण राशि का प्रमाण-पत्र दिया गया। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही स्व-सहायता समूह द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा कटेगा प्रजाति के बांस से बने फर्नीचर को देखा और उसकी सराहना की। कार्यक्रम में सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि सोनकच्छ क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं। पूर्व विधायक राजेंद्र वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सोनकच्छ तहसील को गोद लें, ताकि और बेहतर ढंग से इसका विकास हो सके।
कार्यक्रम में कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने ‘’एक जिला-एक उत्पालद’’ अंतर्गत जिले में किये गये कार्य की जानकारी दी। उन्हों ने बताया कि देवास जिले में बांस उत्पादन की अपार संभावना है। जिले में 34 स्वयं-सहायता समूह बाँस की खेती कर रहे है। बासं से बने फर्नीचर की मांग देश-विदेश में हो रही है। कार्यक्रम में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नरेंद्र राजपूत, जनप्रतिनिधि राजीव खंडेलवाल, दीपक बैरागी, राम सोनी, शिवराज जवासिया, नरेंद्र पाटीदार मौजूद थे। कार्यक्रम में संभागायुक्त संदीप यादव, पुलिस महानिरीक्षक संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला, एसपी डॉ. शिव दयाल सिंह, डीएफओ पीएन मिश्रा, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सिंह चौहान, अपर कलेक्टर महेन्द्र सिंह कवचे, एएसपी मंजीत सिंह चावला, सहित अधिकारीगण, महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।