थांदला, अग्निपथ। प्रशासनिक लापरवाही व उदासीनता की वजह से कन्या शिक्षा परिसर की बालिकाएं जमीन पर बैठकर पढऩे को मजबूर है। वजह ग्राम मोरझरी मे निर्माणाधीन नवीन परिसर प्रशासनिक लापरवाहियों के कारण पूर्ण होकर भी प्रांरभ नहीं हो पा रहा है।
गौरतलब है कि काकनवानी के पास ग्राम मोरझरी में कन्या परिसर का करोड़ों की लागत से सर्वसुविधायुक्त भवन का निर्माण 2017 से चल रहा है जिसकी तय समय सीमा भी पूर्ण हो चुकी है।
निर्माण एजेन्सी की कार्यसीमा भी कई बार बढ़ाई जा चुकी है, लेकिन प्रशासन की अनदेखी की वजह से भवन निर्माण पूर्ण होकर भी लोकार्पण की राह देख रहा है। कन्या परिसर भवन पूर्ण रूप से तैयार हो चुका है। यहां तक कि संस्था में छात्राओं के कक्षाओं का फर्नीचर भी पहुंच चुका है, विज्ञान लेब भी तैयार हो चुकी है।
संस्था मे लाईट फिटिंग व सेनेटरी के मामूली कार्यों को छोडक़र शेष समस्त कार्य पूर्ण हो चुका है। प्रशासन तत्परता दिखाये तो एक माह में नवीन कन्या परिसर प्रारंभ किया जा सकता है। लेकिन प्रशासन राजनैतिक उदघाटन के इंतजार में बैठा है।
उल्लेखनीय है कि शासन ने बालिका शिक्षा को विशेष प्रोत्साहन देने के लिये सर्वसुविधायुक्त कन्या आवासीय परिसरों की स्थापना की जिससे बालिकाओं को सुखद व अच्छे वातावरण में शिक्षा के अच्छे अवसर प्राप्त हो लेकिन योजनाएं बना दी जाती है। किन्तु उनके उचित क्रियान्वयन पर ध्यान नहीं दिया जाता है। कन्या आवासीय परिसर विगत कई वर्षों से अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ा हुआ है।
छात्राओं के रहने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं और ना ही स्कूल में बैठने के लिय फर्नीचर है। एक ही कक्ष में दो कक्षाओं को संचालन किया जा रहा है। कोरोनाकाल मे एक ही हाल में कई छात्राएं एक साथ ही रह रही हैं व जमीन पर बैठकर भीड़ भरे कमरे में पढ़ाई कर रही है। प्रशासन छात्राओं की परेशानियों को दृष्टिगत रखते हुए नवीन भवन के शेष कार्य पूर्ण कर भवन स्थानान्तरित कर सकता है।
इनका कहना
कन्या परिसर के नवीन भवन में कुछ कार्य ही शेष है, शीघ्र पूर्ण करवाकर हस्तांतरण की कार्यवाही की जावेगी। -साल्वे एसडीओ पीआईयु