उज्जैन, अग्निपथ। प्राणघातक हमले में पुलिस से बचकर भागने का प्रयास करते समय घायल हुए बदमाश को एक दिन की रिमांड पर जेल से थाने लाया गया था। चाकू बरामद करने के बाद उसे शनिवार को फिर जेल भेज दिया गया।
सांदीपनी आश्रम के सामने 29 दिसंबर की रात हेलावाड़ी में रहने वाले सरफराज पर डोरेमोन उर्फ कुणाल और विनय गोस्वामी ने चाकू से हमला किया था। जीवाजीगंज पुलिस ने 307 का केस दर्ज कर डोरेमोन की गिरफ्तारी पर इनाम रखा था। उसने पुलिस को सोशल मीडिया पर पकडऩे की चुनौती दी थी। 7 जनवरी को पुलिस ने उसे घेर लिया था, जिसमें बचकर भागने का प्रयास करते समय घायल हो गया था। विनय के साथ उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जहां से शुक्रवार को उसने एक दिन की रिमांड पर थाने लाया गया।
उसकी निशानदेही पर चाकू बरामद किया गया है। श्ािनवार को न्यायालय में पेश कर फिर से जेल भेज दिया गया। विदित हो कि पुलिस को चुनौती देने के बाद वह मु बई भाग गया था। जहां से वह विनय के साथ सरेंडर करने आया था उसी दौरान पुलिस ने उसे घेर लिया था। जिसमें बचकर भागते समय गिरने से पैर फैक्चर हो गया था। उसके बाद जेल में उसे कोरोना हो गया, जिसके चलते पुलिस चाकू बरामद नहीं कर पाई थी।
हत्या करने वाले भी गये जेल
चिंतामण थाना क्षेत्र के ग्राम टकवासा में बुधवार-गुरुवार रात ओमप्रकाश परमार की डंडों से पीट-पीटकर हत्या करने वाले मोहन बागरी, राहुल, विक्रम और जगदीश बागरी को शनिवार दोपहर पुलिस ने न्यायालय में पेशकर जेल भेज दिया है। घटनाक्रम के बाद तीन को रात में ही हिरासत में ले लिया गया था। जगदीश फरार चल रहा था। जिसकी शुक्रवार-शनिवार रात गिरफ्तारी होते ही चारों को जेल भेजा गया है। मृतक और हमला करने वाले पड़ोसी है, जिनके बीच 4 सालों से रंजीश चली आ रही थी।