उज्जैन में पत्रकारवार्ता के दौरान कहा, प्रशासनिक अधिकारी राजनीतिक द्वेषता के कारण दबाव में कर रहे काम
उज्जैन, अग्निपथ। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी राजनीतिक द्वेषता के चलते दवाब में कार्यवाही कर रहे हैं। साढ़े सात वर्ष बाद मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और प्रकरण में खनिज अधिकारी ने एफआईआर में जो राशि जमा न करने की बात कही है वह गलत है।
उक्त आरोप प्रदेश कांग्रेस सचिव दिनेश जैन बोस ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए लगाए। उन्होंने दावा किया कि अपर कलेक्टर का आदेश अभी न्यायालय में विचाराधीन होने के बाद भी गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद कोर्ट ने पच्चीस हजार के मुचलके पर रिहा करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए गिरफ्तार किया है।
बोस ने कहा कि उनकी अवैध उत्खनन की शिकायत की जांच अपर कलेक्टर ने की ही नहीं है, जबकि इस मामले में जांच के निर्देश हाईकोर्ट भी दे चुका है। उन्होंने कहा कि असली कांग्रेस के लिए वे लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि खनिज विभाग ने कथित पंचनामा बनाकर 7 करोड़ रुपए के अवैध उत्खनन का आक्षेप लगाया है उस प्रकरण में हाईकोर्ट ने एसडीओ के आदेश को निरस्त करके कलेक्टर पास भेजा है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट भी उनके पक्ष में फैसला सुना चुका है।