उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन-नागदा रेलखंड पर लालपुल के पास सोमवार दोपहर रेल पटरियों पर शरारती तत्वों द्वारा पत्थर रख दिए जाने की सूचना पूरी तरह से फर्जी निकली है। रेलवे ने ऐसी किसी घटना से ही इंकार किया है।
रेलवे का पक्ष है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक पुराने वीडियों की वजह से यह अफवाह फैली है। सोमवार को शहर में एक अफवाह फैली की लालपुल के नजदीक कुछ लोगों ने रेल पटरियों पर पत्थर जमा दिए थे। रेल कर्मचारियों ने समय रहते इन पत्थरों को हटा दिया वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
इस अफवाह के साथ सोशल मीडिया पर एक वीडियों भी वायरल हुआ है, जिसमें वास्तविकता में कुछ लोग रेल पटरियों पर पत्थर रखते हुए देखे गए। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा के मुताबिक यह वीडियों काफी पुराना है। हाल ही में पूरे उज्जैन वृत्त में रेल पटरियों पर पत्थर रखे जाने जैसी कोई घटना नहीं हुई है।