मौसमी बीमारियों से लोगों हो रहे परेशान
रूनिजा (बडऩगर), अग्निपथ। मावठे की बारिश के बाद कुछ दिनों से मौसम ने करवट ली है। दिनभर चल रही ठंडी हवा ने पूरे अंचल को ठंडा कर रखा है। जिससे क्षेत्र ठिठुर रहा है। एक बार फिर दिनभर आमजन गर्म कपड़ों व अलाव के सहारे समय व्यतीत कर रहे हैं। जैसे-जैसे दिन बढ़ता जाता है ठंडी हवा के साथ साथ ठंड भी बढ़ती जाती है।
हालात यह रहे कि 26- 27 जनवरी की रात में गजनीखेड़ी सहित आसपास के ग्रामों में कड़ाके की ठंड से खेतो में बर्फ जम गई है। जिससे रबी की फसलों गेंहू, चना, लहसुन आदि में नुकसान होने की जानकारी मिली है।
गजनी खेड़ी के कृषक विजय पिता अमर लाल ने बताया कि 26 – 27 जनवरी की रात में ठंड के बाद खेत पर भूसे की ढेर पर रखी पाल पर बर्फ जमी हुई मिली। खेतो में भी गेहंू -चने व लहसुन के पौधों पर बर्फ जमी थी। इससे नुकसान हुआ है। ऐसा अन्य किसानों के खेतों में भी नुकसान हुआ है। बढ़ती ठंड से बर्फ जम रही है । वही एक और कोरोना की तीसरी लहर धीरे धीरे ग्रामीण अंचलों में भी दस्तक देने लगी है।
बदलते मौसम के कारण ठंडी हवाओं ने लोगों को सर्दी, जुकाम, खांसी व बुखार से पीडि़त कर दिया है। बच्चे से लगाकर बड़े सभी इसकी चपेट में आ रहे हैं। अस्पतालों में प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ग्रामीण अंचलों में होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अलावा अन्य कोई सुविधा नहीं है लोग इन्हीं के सहारे अपना जीवन बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
क्षेत्र के संजीवनी क्लीनिक, एलोपैथिक होम्योपैथिक चिकित्सक के यहां मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। एक, दो दिन के इलाज के बाद यदि मरीज के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा है तो उन्हें अन्य बड़े चिकित्सकों को बताने की सलाह दी जा रही है।