एसपी के नाम दिये आवेदन में एफआईआर का खात्मा करने की मांग
उज्जैन, अग्निपथ। जेके हॉस्पिटल के संचालक डॉ. कात्यायन मिश्र व डॉ.जया मिश्र के खिलाफ हुई एफआईआर को यहां के प्रबंधक ने झूठी जानकारी के आधार पर दर्ज हुआ प्रकरण बताया है। एसपी को की शिकायत में कहा कि पेड़ काट नहीं रहे थे बल्कि शार्ट सर्किट से बचाने के लिए पत्तियों की छटाई की जा रही थी जिसे बढ़ा चढ़ाकर झूठी एफआईआर दर्ज करवा दी गई।
जेके हॉस्पिटल के प्रबंधक प्रदीप अग्निहोत्री ने एसपी के नाम दिये आवेदन में कहा कि वर्ष 2007 में अस्पताल प्रबंधन द्वारा जेके हॉस्पिटल में अशोक के कई पेड़ लगाए थे जो वर्तमान में काफी बड़े हो गए हैं। 28 नवंबर को एक पेड़ की कुछ टहनियों की वजह से बिजली के तारों में शार्ट सर्किट होने लगा। अस्पताल के संचालक डॉ. कात्यायन मिश्र व डॉ. जया मिश्र बाहर गए थे, उस समय मौजूद स्टाफ ने आगजनी की घटना से बचने के लिए तत्काल पेड़ की कुछ टहनियां काट छांट दी गई।
उसी समय नगर निगम की उद्यान विभाग की टीम मौके पर पहुंची जिसमें घटना की पूरी जानकारी दी गई बावजूद अधिकारियों द्वारा माधवनगर थाने में 29 जनवरी को डॉ. कात्यायन मिश्र व डॉ. जया मिश्र के खिलाफ हरा पेड़ काटने की एफआईआर दर्ज करवा दी गई। जबकि पेड़ की टहनियों के अलावा पेड़ के तनों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। पेड़ अभी भी अपनी जगह पर मौजूद हैं।
प्रदीप अग्निहोत्री ने एसपी के नाम दिये आवेदन में मामले में संज्ञान लेते हुए झूठी एफआईआर को खात्मा करने की मांग की।