25 दिसम्बर से 9 जनवरी तक लगाया गया था अवकाश पर प्रतिबंध
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर कर्मचारियों को हर बार की तरह इस बार भी साप्ताहिक अवकाश पर काम किए जाने के बावजूद इसका लाभ फरवरी माह में मिले वेतन में जुडक़र नहीं आया है। इसको लेकर कर्मचारियों में असंतोष का वातावरण है। कर्मचारियों से अपेक्षाएं तो कई की जा रही हैं, लेकिन वेतन देते समय उनको मिलने वाले लाभ को समय पर नहीं दिया जाता है।
महाकालेश्वर मंदिर में वही पुराना ढर्रा चल रहा है। उपर से सभी कुछ व्यवस्थित दिखाई दे रहा है, लेकिन अंदर से वही पुराने हाल हैं। नववर्ष के आगमन को देखते हुए महाकालेश्वर मंदिर कर्मचारियों का साप्ताहिक अवकाश 25 दिसम्बर से 9 जनवरी तक प्रतिबंधित कर दिया गया था।
कर्मचारियों के खाते में जनवरी माह का वेतन 1 फरवरी को डाल दिया गया। लेकिन उनको प्रतिबंधित किए गए साप्ताहिक अवकाश में भी काम करने का लाभ नहीं दिया गया। जोकि 1000-1200 रुपए के लगभग होता है।
तीन से चार माह बाद दिया जाएगा
मंदिर की व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त होने का दम भरने वाले अधिकारी होने के बावजूद साप्ताहिक अवकाश में काम करने वाले कर्मचारियों को तुरंत भुगतान नहीं किया जाना कहीं ना कहीं वही पुरानी लापरवाही को प्रदर्शित कर रहा है। अब कर्मचारियों को बकाया पैसा तीन से चार माह के इंतजार के बाद मिलेगा। तब तक महाशिवरात्रि पर्व को देखते हुए लगाया जाने वाला साप्ताहिक अवकाश का पैसा भी इसमें जुड़ जाएगा।