शाजापुर, अग्निपथ। खुले में शौच के लिए गईं दो सगी बहनों की मंगलवार दोपहर नाले में डूबने से मौत हो गई। पैर फिसलने से नाले में गिरी बहन को बचाने उतरी दूसरी बहन भी काल के गाल में समा गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम आला उमरोद में रहने वाली 5 और 8 वर्षीय बालिका आयुषी तथा उसकी बहन पूनम गांव के बड़े नाले किनारे खुले में शौच करने के लिए गईं थी। मंगलवार दोपहर शौच के दौरान एक बालिका का पैर फिसल गया और वह नाले में गिर गई, जिस पर उसकी बहन उसे बचाने के लिए नाले में उतर गईं और दोनों बहनें डूब गई।
घटना के बाद परिजन और ग्रामीण बालिकाओं को लेकर शाजापुर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर कोतवाली टीआई एके शेषा अस्पताल पहुंचे और परिजनों ने घटना की जानकारी ली। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।
ये कैसा ओडीएफ
गौरतलब है कि स्वच्छता अभियान के तहत प्रशासन ने पूरे जिले को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित कर रखा है। इसके बावजूद ग्रामीण सहित शहर में भी कई जगह खुले में शौच करने वाले काफी लोग हैं। दो बालिकाओं की मौत से यह हकीकत सामने आ गई कि आज भी गांवों में कई घरों में शौचालय नहीं हैं और बहु-बेटियों को नित्यकर्म के लिए जंगल या सुनसान इलाके में जाना पड़ता है।
लगता है प्रशासनिक दबाव में मैदानी अमले ने या तो गलत जानकारी दी है या फिर अब भी लोग सिर्फ इसलिए खुले में शौच करने जा रहे हैं क्योंकि उनके घर में शौचालय की सुविधा नहीं। चाहे जो कारण हो लेकिन जिले को पूर्णत: ओडीएफ घोषित करने का प्रशासन का दावा गलत साबित हो गया।